इंग्लैंड के सबसे ज्यादा टेस्ट रन बनाने और अपनी पीढ़ी के दिग्गज बल्लेबाजों में से एक, एलेस्टर कुक ने सभी फॉर्मेट से संन्यास की घोषणा कर दी है। कुक ने एक बयान में कहा, “आज मैं अपने संन्यास और एक पेशेवर क्रिकेटर के रूप में अपने करियर के अंत की घोषणा कर रहा हूं।” “अलविदा कहना आसान नहीं है। दो दशकों से अधिक समय से, क्रिकेट मेरी नौकरी से कहीं अधिक महत्वपूर्ण रहा है। इसने मुझे उन चीजों का अनुभव करने की अनुमति दी है जिनके बारे मे मैंने कभी सपने में भी नहीं सोचा था, उन टीमों का हिस्सा बनूंगा जिन्होंने ऐसी चीजें हासिल की हैं जो मैं कभी नहीं कर सकता था और लोगों से गहरी दोस्ती भी बनाई है जो जीवन भर रहेगी।
“आठ साल के लड़के से जो पहली बार विकम बिशप्स अंडर 11 के लिए खेला था से लेकर अब तक, मैं गर्व के साथ मिश्रित दुख की एक अजीब भावना के साथ इस खेल को अलविदा कह रहा हूं। हालांकि सबसे ऊपर, मैं अविश्वसनीय रूप से खुश हूं। “यह मेरे जीवन के इस हिस्से के समाप्त होने का सही समय है। मैंने हमेशा सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी बनने के लिए अपना सब कुछ दिया है, लेकिन अब मैं नई पीढ़ी के लिए रास्ता बनाना चाहता हूं।”
कुक, जिन्होंने 2003 में एसेक्स में डेब्यू किया था, 2018 इंटरनेशनल क्रिकेट से दूर हो गये थे, उन्होंने अपने देश के लिए 12,000 से अधिक टेस्ट रन बनाए। कुक ने अपने टेस्ट करियर में 33 शतक और 57 अर्धशतक लगाए थे। वह पहली बार 2005-06 में भारत के दौरे पर इंग्लैंड के लिए खेले और उन्होंने 161 बार टेस्ट मैच खेले उनमें से 59 मैच में उन्होंने कप्तानी की साथ ही एकदिवसीय टीम का नेतृत्व भी किया।
इंग्लैंड के घरेलू क्रिकेट में एलेस्टर कुक का करियर बेहद शानदार रहा है। उन्होंने कुल 352 फर्स्ट क्लास मैच खेले हैं, जिनकी 619 पारियों में 46.41 की औसत से 26,643 रन बनाए हैं। इस दौरान कुक ने 74 शतक और 125 अर्धशतकीय पारियां खेली थी।
पांच साल पहले, उन्होंने ओवल में खचाखच भरे मैदान में भारत के खिलाफ शतक जड़ा और इंटरनेशनल क्रिकेट को अलविदा कह दिया था। कुक के बारे मे एक दिलचस्प आंकड़ा ये भी है कि उन 161 मैचों मे वे कभी टीम से ड्रॉप नही हुए। 2006 में चोट के कारण बस वह सिर्फ एक मैच नहीं खेल पाए थे। इससे भी अधिक असामान्य तथ्य यह है कि टेस्ट क्रिकेट से हटने के बाद वह अगले पांच वर्षों तक एसेक्स के लिए खेलते रहे।