अफगानिस्तान से हार के बाद मौजूदा चैंपियन इंग्लैंड का विश्व कप अभियान खतरे में पड़ गया है। इंग्लैंड को भी शुरुआती मैच में न्यूजीलैंड से हार का सामना करना पड़ा था। अब तक उन्हें एकमात्र जीत बांग्लादेश के खिलाफ मिली है। चोट के कारण शुरुआती तीन मैचों में बेन स्टोक्स नही खेल पाये थे लेकिन उम्मीद है कि आज यानी 21 October को होने वाले मुकाबले में वो खेल सकते लेकिन इसी बीच इंग्लैंड के तेज गेंदबाज जोफ्रा आर्चर विश्व कप 2023 के लिए इंग्लैंड टीम में शामिल हो गए हैं। आर्चर कोहनी और पीठ की चोट के कारण पिछले कुछ वर्षों में कई मैच नहीं खेल पाए हैं। जोफ्रा ने आखिरी बार प्रतिस्पर्धी क्रिकेट खेला था जब उन्होंने आईपीएल 2023 में मुंबई इंडियंस का प्रतिनिधित्व किया था। हालांकि, एक और चोट के कारण सिर्फ पांच मैच खेलने के बाद उन्हें टूर्नामेंट से बाहर कर दिया गया था। विश्व कप टीम की घोषणा के लिए निर्धारित समय से पहले आर्चर अपनी प्राइम फिटनेस हासिल करने में असफल रहे और उन्हें टीम से बाहर कर दिया गया था।
लेकिन उन्हें अब एक कवर प्लेयर के रूप मे टीम मे शामिल कर लिया गया है। दरअसल तेज गेंदबाज रीस टॉपले को अपने पिछले मैच में चोट लग गई थी एक वजह यह भी हो सकती है कि इसीलिए आर्चर को उनकी जगह लाया गया हो।
वनडे वर्ल्ड कप 2019 की इंग्लैंड की जीत में आर्चर ने काफी अच्छा प्रदर्शन किया था और अपनी टीम की जीत में अहम भूमिका निभाई थी।
जोफ्रा आर्चर ने अभी तक इंग्लैंड की ओर से 21 वनडे मैच खेले हैं जिसमें उन्होंने 42 विकेट अपने नाम किए है। लेकिन चिंता की बात वही है कि जोफ्रा ने अपना आखिरी प्रोफेशनल मैच मई महीने में खेला था और उसके बाद बड़ी चोट के चलते लगातार बाहर रहे हैं।
पिछली हार के बाद इंग्लैंड का आगे का रास्ता मुस्किल
न्यूजीलैंड के पूर्व कप्तान और मौजूदा इंग्लिश टेस्ट टीम के कोच ब्रेंडन मैकुलम ने खराब शुरुआत के बाद 2023 विश्व कप अभियान में बदलाव के लिए जोस बटलर की टीम का समर्थन किया। इंग्लिश टीम को अब तक तीन मैचों में केवल एक जीत मिली है। उन्हें न्यूजीलैंड और अफगानिस्तान के खिलाफ हार का सामना करना पड़ा जबकि बांग्लादेश को आसानी से हराने में सफल रहे। मैकुलम ने इंग्लिश टीम को अपने आक्रामक रवैये पर कायम रहने की सलाह दी, जिसने उन्हें पिछले चार वर्षों में दो आईसीसी टूर्नामेंट जीते हैं। अगर इंग्लैंड को वर्ल्ड कप 2023 के सेमीफाइनल में अपनी जगह बनानी है तो यहां से उन्हें लगभग अपने सभी मैच जीतने होंगे, आर्चर के पास भारत मे खेलने का अनुभव भी है तो टीम मे उनकी वापसी शायद इंग्लैंड को भी ट्रैक पर ले आये।