भारत ने लगभग दो महीने के बाद कनाडाई नागरिकों के लिए फिर से इलेक्ट्रॉनिक वीजा की सेवाएं शुरू कर दी हैं। इससे कनाडाई नागरिकों को बड़ी राहत मिली है। इससे पहले सितंबर में भारत और कनाडा के बीच बढ़े तनाव और दोनों देशों से राजनयिक निष्कासन के मद्देनजर ‘परिचालन कारणों’ का हवाला देते हुए भारत ने कनाडा में अपनी वीजा सेवा निलंबित कर दी थी।
भारत और कनाडा के बीच विवाद क्यों हुआ?
खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की जून महीने में ब्रिटिश कोलंबिया के सर्रे स्थित एक गुरुद्वारे के बाहर गोली मारकर हत्या हो गई थी। कनाडा के पीएम जस्टिन ट्रूडो ने इस हत्या के लिए भारतीय एजेंटों को जिम्मेदार ठहराया था और उनका हाथ इस हत्या में होने की बात कही थी। हालांकि भारत ने सिरे से इन आरोपों का खंडन किया था।
21 सितंबर को वीजा सेवाएं की गई थी निलंबित
यह जानकारी न्यूज एजेंसी एएनआई ने सूत्रों के हवाले से दी है की, कनाडा के इन दावों पर चल रहे राजनयिक विवाद के बीच 21 सितंबर को वीजा सेवाएं निलंबित कर दी गई थीं। कनाडा के पीएम जस्टिन ट्रूडो कि जून में कनाडा के नागरिक खालिस्तानी आतंकवादी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या में का आरोप “भारत सरकार के एजेंट” में लगाए थे।
ट्रूडो-पीएम मोदी की वर्चुअल मीटिंग
भारत ने ऐसे वक्त में e-visa फिर से शुरुआत करने की घोषणा की है, जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो G-20 की वर्चुअल मीटिंग में आमने-सामने होने वाले हैं। इस मीटिंग से पहले भारत की तरफ से की गई कार्रवाई को दोनों देशों के बीच आपसी रिश्तों को फिर से पटरी पर लाने की दिशा में एक सकारात्मक कदम के तौर पर देखा जा रहा है।