बनारस हिंदू विश्वविद्यालय में 30 अक्टूबर और 2 नवंबर को कैंपस में छात्राओं के साथ कथित रूप से बाहरी लोगों द्वारा यौन उत्पीड़न हुआ था। विरोध में हज़ारों छात्र सड़कों पर उतरे थे। प्रशासन द्वारा सुरक्षा का आश्वासन दिया गया था लेकिन विश्वविद्यालय मे एक बार फिर से एक छात्रा के साथ छेड़छाड़ का मामला सामने आया है। छेड़खानी का आरोप चीफ प्रॉक्टर कार्यालय के बस चालक पर लगा है। छात्रा बस ड्राइवर के साथ बाइक पर बैठकर घाट छठ पूजा देखने गई थी। इस दौरान उसने ड्राइवर पर गलत तरीके से छूने का आरोप लगाया है। पीड़िता का बयान दर्ज कर जांच टीम का गठन किया गया है। दो महिला प्रफेसर छात्रा के आरोपों की जांच कर रही हैं। मामला रविवार 19 नवंबर की शाम का बताया जा रहा है।
बीएचयू के चीफ प्रॉक्टर प्रो. शिवप्रकाश सिंह ने मामले की जांच रिपोर्ट जल्द सामने लाने की बात कही है। उन्होंने कहा, इस घटना की शिकायत 21 नवंबर की शाम को की गई थी। चीफ प्रॉक्टर ने इस बात का भी जिक्र किया कि बस में ऐसी घटना को अंजाम देना संभव नहीं है। इसके पीछे उनका तर्क है कि यूनिवर्सिटी के बस में सीसीटीवी कैमरे लगे होते हैं और बस में दो सुरक्षकर्मी की ड्यूटी लगी रहती है। लेकिन जांच की जाएगी और जांच रिपोर्ट पर कार्रवाई भी होगी।
देश विरोधी नारों के बाद भी कोई कार्यवाही नहीं
छेड़खानी के मामलों के अलावा 5 नवंबर, 2023 को BHU के अंदर हिंदुत्व विरोधी और आज़ादी के नारे लगे थे। ABVP कार्यकर्ताओं का आरोप था कि जब उन्होंने नारेबाजी रोकने का प्रयास किया तब उन पर हमला किया गया लेकिन उन पर कोई ठोस कार्यवाही नही कि गई है। ABVP के पदाधिकारी अभय प्रताप ने बताया कि “पुलिस के अलावा विश्वविद्यालय प्रशासन ने आरोपी छात्रों के खिलाफ कोई ठोस कार्रवाई नहीं की है। विश्वविद्यालय प्रशासन अच्छी तरह से जानता है कि वामपंथियों ने परिसर में हिंदुत्व विरोधी नारे लगाए हैं, लेकिन वह उन कारणों से कार्रवाई करने में अनिच्छुक है।
जब अभय ने विश्वविद्यालय प्रशासन से उनकी निष्क्रियता पर सवाल उठाया तो उन्हें बताया गया कि एक कमेटी बनाकर जांच कराई जाएगी। हालांकि, अभय को इस बात की चिंता है कि यह सब जांच के नाम पर समय गुजारने के लिए किया जा रहा है।
SHO लंका ने भी बताया कि इस मामले में अभी तक किसी भी आरोपी को गिरफ्तार नहीं किया गया है। ABVP के दलित छात्र की पिटाई के मामले की जांच ACP भेलूपुर प्रवीण कुमार कर रहे हैं। हमने ACP प्रवीण कुमार से संपर्क करने का प्रयास किया, लेकिन उन्होंने फोन का जवाब नहीं दिया। जब ACP कुमार जवाब देंगे तो इस रिपोर्ट को अपडेट किया जाएगा। थाना प्रभारी के मुताबिक मामले में अभी तक किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है और तथ्यों व साक्ष्यों के आलोक में मामले की जांच की जा रही है।