बांग्लादेश में 7 जनवरी को होने वाले आम चुनाव से पहले बेनापोल एक्सप्रेस ट्रेन में कुछ लोगो ने आग लगा दी, जिसमें 5 लोगों की मौत हो गई और कई अन्य घायल हो गए। अधिकारियों द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक, यह ट्रेन भारतीय सीमा से लगे तटीय शहर बेनापोल से आ रही थी। उन्होंने बताया कि यह घटना देश में आम चुनाव से 2 दिन पहले हुई है जिनका मुख्य विपक्षी दल बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी ने बहिष्कार किया है। पिछले कुछ दिनों से बांग्लादेश में हालात बेहद खराब हैं और सियासी हिंसा में अब तक कई लोगों की जान जा चुकी है।
कब हुई घटना
यह घटना 6 दिसंबर की रात को हुई, जिसमें पश्चिम बंगाल की सीमा से लगे शहर बेनापोल से चलने वाली बेनापोल एक्सप्रेस की 4 बोगियों में आग लगा दी गई। घटना के वक्त ट्रेन अपने गंतव्य स्थल ढाका के कमलापुर रेलवे स्टेशन के करीब थी। बचावकर्ताओं को घटनास्थल से कुल 4 लोगों के शव मिले हैं। बताया जा रहा है कि एक युवक की जान लोगों को जलती हुई ट्रेन से बाहर निकालने में चली गई। रेलवे अधिकारियों ने कहा कि ट्रेन में लगभग 292 यात्री सवार थे जिसमें से अधिकांश भारत से घर लौट रहे थे। ट्रेन के गोपीबाग इलाके में पहुंचते ही इसमें आग लगा दी गई।
पहले भी हो चुकी है ऐसी घटना
बता दें कि इससे पहले भी ढाका में एक यात्री ने ट्रेन में आग लगा दिया था, जिसमें एक महिला और उसके नाबालिग बेटे समेत 4 लोगों की मौत हो गई थी। इंटर-डिस्ट्रिक्ट मोहनगंज एक्सप्रेस एयरपोर्ट स्टेशन से ढाका जा रही थी। यह हमला BNP द्वारा चुनावों का बहिष्कार करने और चुनाव आयोग द्वारा घोषित चुनाव कार्यक्रम के खिलाफ औपचारिक विरोध शुरू करने के लिए चल रहे अभियान के तहत बुलाए गए राष्ट्रव्यापी बंद के दौरान हुआ था। बता दें कि पिछले कुछ महीनों में ट्रेन में आग की घटनाओं में बढ़ोत्तरी देखने को मिली है। पिछले कुछ महीनों में ट्रेन में आग लगने की यह पांचवी घटना है।
विदेशी सुपरवाइज़रर्स की निगरानी में चुनाव
सात जनवरी को होने वाले आम चुनाव की निगरानी के लिए 100 से अधिक विदेशी सुपरवाइज़रर्स बांग्लादेश पहुंच गए हैं। इसमें भारत के चुनाव आयोग के तीन अधिकारी थे।