न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) की गारंटी समेत कई मांगों को लेकर किसान 12 दिन से धरने पर हैं। इस आंदोलन को आज पूरे-पूरे 12 दिन हो गए है। इसी बीच किसानों और पुलिस के बीच शुक्रवार को एक बार फिर झड़प हो गई। जिसकी वजह से किसानों ने दिल्ली कूच का फैसला 29 फरवरी तक टाल दिया है।
23 फरवरी शुक्रवार को हुई झड़प में दोनों तरफ से लगभग 40 किसान और पुलिसकर्मी घायल हुए हैं। यह झड़प उस समय हुई जब पंजाब सीमा पर पुलिसकर्मियों द्वारा किसानों को खनौरी तक मार्च करने से रोका गया। प्रदर्शनकारी किसानों ने जवाब में पुलिसकर्मियों और एक पुलिस चौकी पर भारी मात्रा में पथराव किए। इतना ही नहीं बल्कि कई गाड़ियों में तोड़फोड़ भी की गई है।
किसान संगठनों ने खनौरी बॉर्डर पर युवा किसान शुभकरण की मौत के मामले में पंजाब सरकार से हरियाणा पुलिस के खिलाफ शिकायत दर्ज करने की मांग की है। उन्होंने कहा है कि, जब तक पुलिस इस मामले में FIR दर्ज नहीं करेगी और उसकी कॉपी हमें नहीं देगी, तब तक हम लोग किसान शुभकरण का पोस्टमॉर्टम नहीं कराएंगे। साथ ही केस दर्ज होने तक हम किसान का अंतिम संस्कार भी नहीं करेंगे। इसी की मांग को लेकर शुक्रवार यानि 23 फरवरी को किसानों ने ब्लैक डे मनाया। जिस दौरान शंभू बॉर्डर पर किसानों ने काले झंडे लहराए और काली पट्टियां भी बांधी थी।
किसान आंदोलन के दौरान आज की तारिख तक कुल 8 किसानों की मौत हो गई है। बठिंडा के अमरगढ़ गांव के रहने वाले दर्शन सिंह खनौरी बॉर्डर पर दिल्ली कूच के लिए डटे हुए थे। इसी दौरान उनकी अचानक तबीयत बिगड़ गई। जिसके बाद उन्हें पटियाला के राजिंदरा अस्पताल ले जाया गया, जहां इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई।
साथ ही अब हरियाणा सरकार ने आज से फिर 7 जिलों में मोबाइल इंटरनेट पर रोक बढ़ा दी है। अंबाला, कुरुक्षेत्र, कैथल, हिसार, कैथल, सिरसा, जींद आदि जगहों पर 25 फरवरी की रात 12 बजे तक इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी है।
अंबाला ASP पूजा डाबला ने कहा-हम अभी राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (NSA) के कोई प्रोविजन लागू नहीं कर रहे है। हम किसान प्रदर्शनकारियों से अपील करते हैं कि, कानून-व्यवस्था को अपने हाथ में न लें। अगर कानून-व्यवस्था बरकरार रहती है, तो हम किसी भी प्रदर्शनकारियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई नहीं करेंगे।
किसान प्रदर्शनकारियों ने 29 फरवरी तक का शेड्यूल किया जारी।
- 25 फरवरी को शंभू और खनौरी बॉर्डर पर WTO (विश्व व्यापार संगठन)के विषय में सम्मेलन करके देशभर के किसानों को जागरूक किया जाएगा।
- 26 फरवरी को दोपहर 3 बजे WTO के पुतले शंभू और खनौरी बॉर्डर पर जलाए जाएंगे।
- 27 फरवरी को दोनों फोरम की राष्ट्रीय स्तर की बैठक होंगी।
- 29 को किसान आंदोलन के आगामी बड़े फैसले का ऐलान किया जाएगा।