इंदौर । इंदौर पुलिस कमिश्नर राकेश गुप्ता ने रविवार 25 फरवरी की रात 11 बजे से एक विशेष अभियान की शुरुआत की है। जिसमें चारों जोन के सभी पुलिस अधिकारियों के साथ क्राइम और ट्रैफिक पुलिस और रिजर्व बल ने मिलकर बदमाशों को पकड़ने के लिए अभियान चलाया गया। इस अभियान में 2 हजार पुलिसकर्मी शामिल हुए है। रविवार पूरी रात चलने वाले इस अभियान में वो बदमाश निशाने पर रहे जो लंबे समय से फरार है। संपत्ति, ठगी, डकैती और चोरी जैसे अपराधों को ध्यान में रखते हुए यह अभियान चलाया जा रहा है।
रात करीब 11 बजे से पुलिस कमिश्नर गुप्ता, एडिशनल कमिश्नर मनोज श्रीवास्वत और एडिशनल पुलिस कमिश्नर ट्रैफिक मनीष अग्रवाल मौजूद थे। करीब 12 से ज्यादा संदेही व बाहर के युवाओ को थाने भेजा गया। जोन 1 और जोन 2 में तीन बदमाश चाकू के साथ पकड़ाए। वहीं भंवरकुआं चौराहे पर तीन ऐसे बदमाश भी पकड़ाए जो एक युवक से विवाद कर भाग रहे थे। साथ ही पान की दुकानों पर पुड़िया का नशा करने वाले युवाओं को भी पकड़ा गया है।
रविवार रात हुई पुलिस की कार्रवाई के दौरान शराब पीकर गाड़ी चलाने वाले 150 चालकों के चालान काटे गए। साथ ही 170 बदमाशों की पहचान की गई। इनमें सबसे ज्यादा जोन 2 के 70 बदमाशों पर कार्रवाई की गई। साथ ही इंदौर पुलिस ने भोपाल से फरारी काट रहे तीन हजार के इनामी गुंडे अमर जाट को खजूरी बाजार से पकड़ा है।
बाणगंगा व कनाडि़या इलाके में 15 दिन में 2 डकैती 4 बड़ी चोरिया और 2 लूट की वारदाते हो चुकी है। बाणगंगा से चोरी हुई कार झाबुआ में मिलने के बाद पुलिस ने टांडा के गैंग की पहचान की है। इसी गैंग ने बाणगंगा में चोरी की थी। जिसकी पुलिस टीम धार, झाबुआ के साथ गुजरात में डेरा डालकर बदमाशों की तलाश में लगी है। बाणगंगा की वारदात में बदमाशों पर इनाम बढ़ाकर अब 30 हजार कर दिया है।
इंदौर में बढ़ते क्राइम रेट और विभिन्न तरह की घटनाओं से सबक लेते हुए अब इंदौर पुलिस काफी सख्त नजर आ रही है। अब देखना ये होगा कि,क्या इस तरह की चैकिंग और अभियान चलाने से अपराधों में कमी आती है या नहीं आती है।