बैतूल। फरवरी का महीना भले ही खत्म होने वाला है, लेकिन मध्य प्रदेश में एक बार फिर ठंड ने वापसी कर ली है। छिंदवाड़ा, बैतूल, दमोह और नरसिंहगढ़ में सोमवार को मौसम बिगड़ गया। सिवनी और मंडला में भी बारिश हुई। इसके अलावा भोपाल, नर्मदापुरम और इंदौर समेत कई जिलों में बादल छाए रहे। तेज हवा के साथ कई स्थानों पर ओलों की बारिश हुई है। यह मौसम फिर 5 साल बाद देखने को मिला है। ऐसा ही मौसम साल 2019 में फरवरी के महीने में देखने को मिला था। जहां भारी बारिश के साथ ओले गिरे थे।
ग्राम पंचायत पातरी के रैयतवाड़ी में आकाशीय बिजली गिरने से 15 बकरियों की मौत हो गई। दामजीपुरा से युनूस खान ने बताया है कि, सोमवार को दोपहर करीब 3.30 बजे अचानक तेज गरज-चमक होने लगी थी। ग्राम रैयतवाड़ी में ग्रामीण सुकलू मर्सकोले और सुखदेव मर्सकोले की बकरियां गांव के पास खेत में पेड़ के नीचे थीं। इसी दौरान आकाशीय बिजली पेड़ पर गिरी जिससे 15 बकरियों की मौत हो गई।
बेमौसम बारिश ने किसानों के सामने एक बार फिर आफत खड़ी कर दी है। मौसम विभाग ने अगले दो दिनों तक इसी तरह का मौसम रहने की संभावना जताई है। घोड़ाडोंगरी,शाहपुर,चिचोली भीमपुर ब्लॉक में ज्यादा बारिश की ख़बर है। इससे किसानों के लिए यह बुरी खबर है कि, अगले दो दिनों तक उन्हें इसी प्रकार की समस्या का सामना करना पड़ेगा। किसानों का कहना है कि, उनकी गेंहू और चने की फसलों को इस बारिश और औलावृष्टि से नुकसान हो सकता है। साथ ही कई किसानों का कहना है कि, सब्जियों को भी नुकसान हो सकता है। कृषि विज्ञान केंद्र के अधिकारियों ने बताया कि, बैतूल जिले के कई क्षेत्रों में गेहूं की फसल पककर खेतों में खड़ी है। ओलों की मार के कारण गेहूं की बालियां क्षतिग्रस्त हो जाएंगी और इसका असर हम किसनो की रोजी रोटी पर पढ़ेगा। बेमौसम बारिश ने किसानों के सामने एक बार फिर आफत खड़ी कर दी है।
IMD भोपाल के सीनियर वैज्ञानिक डॉ.वेदप्रकाश सिंह ने बताया कि चक्रवाती घेरे से मौसम में यह बदलाव आया है। वहीं, बिहार के आसपास और छत्तीसगढ़ से तेलंगाना तक भी ट्रफ लाइन गुजर रही है। चक्रवात की वजह से आंध्र प्रदेश और ओडिशा तट के आसपास हवाएं भी चल रही हैं, जिससे मध्यप्रदेश के दक्षिण-पूर्वी हिस्से में नमी आ रही है। इस कारण अगले दो दिन के लिए प्रदेश में ऑरेंज और यलो अलर्ट जारी किया है।