इंदौर के इंडस्ट्रियल हाउस बिजनेस बिल्डिंग में बुधवार शाम भीषण आग लग गई थी। इस 9 मंजिला बिल्डिंग के dedective agency के दफ्तर में आग लगी थी। आग इतनी भीषण थी कि, वो देखते ही देखते पांचवी, छठी और सांतवी मंजिल तक फैल गई थी। घटना के दौरान बिल्डिंग में 17 लोग फंसे हुए थे। आग लगते ही पूरी बिल्डिंग में भगदड़ मच गई थी।
अपनी जान बचाने के लिए सभी लोग बिल्डिंग की छत पर चले गए थे। करीबन एक घंटे तक 60 से ज्यादा लोग छत में फंसे हुए थे। आग के धुंए की वजह से कुछ लोगों को उल्टियां हो रही थी, तो वहीं कुछ बेहोश हो गए थे। कई लोगों को अस्पताल तक भेजना पड़ गया था।
पुलिस ने बताया कि, राज्य आपदा प्रतिक्रिया कोष (SDRF) और फायर ब्रिगेड ने घटना स्थल पर पहुंचे के बाद सभी लोगों का बिल्डिंग से सही सलामत रेस्क्यू किया था। सभी लोगों का मुँह गीले कपड़े से ढक के उन्हें बाहर निकाला गया था। फायर ब्रिगेड को आग बुझाने में करीबन 95 हजार लीटर पानी लग गया था। इस आग में किसी की भी क्षति नहीं हुई थी।
फायर ब्रिगेड के एसपी शशिकांत ने बताया कि, डिडेक्टिव एजेंसी का दफ्तर पिछले तीन दिनों से बंद था। ऑफिस 27 साल पुराना है। लोगों ने बताया कि ऑफिस के AC के प्लग में स्पार्क होने की वजह से यह आग लगी थी। बिल्डिंग कई साल पुरानी है जिस वजह से उसका फायर सेफ्टी सिस्टम खराब हो गया था। इस वजह से न ही फायर अलार्म बजा था और न ही आग बुझाने वाले पाइप से पानी निकला था।
कल शहर में मुख्यमंत्री मोहन यादव एयरपोर्ट रोड के पास आए थे। जिस वजह से शहर में चक्का जाम हो गया था। फायर ब्रिगेड एसपी शशिकांत ने बताया कि, हॉर्न बजाने के बावजूद भीड़ एंबुलेंस और फायर ब्रिगेड को रास्ता देने की जगह उन्हें मुड-मुडकर देख रही थी। मोहन यादव के आदेश के बाद भीड़ को डायवर्ट किया गया था, जिसके बाद एंबुलेंस और फायर ब्रिगेड को घटना स्थल पर जाने के लिए रास्ता मिल पाया था। पूरे 3 घंटो की मेहनत के बाद आग पर काबू पाया गया था।