झारखंड के चाईबासा से एक अच्छी खबर सामने आई है। पूरे देश में चुनाव आचार संहिता लागू होने के बीच 15 कुख्यात नक्सलियों ने एक साथ चाईबासा पुलिस के सामने आत्मसमर्पण किया है। आत्मसमर्पण करने वाले माओवादियों में दो महिला नक्सली हैं जबकि 13 पुरुष नक्सली हैं। इसमें से एक नक्सली नाबालिग भी है। आत्मसमर्पण करने वाले नक्सलियों का कहना है कि, एक करोड़ के इनामी नक्सली पतीराम मांझी और मिसिर बेसरा के शोषण से वो लोग लंबे समय से परेशान थे।
आत्मसमर्पण करने वाले नक्सलियों का सभी अधिकारीयों ने शॉल ओढ़ाकर और गुल्स्दस्ता देकर समाज की मुख्य धारा में स्वागत किया है। एसपी ने कहा कि, भारी संख्या में नक्सली आत्मसमर्पण कर रहे हैं। इससे यह साफ है कि, पहले की तुलना में अब नक्सलियों कि संख्या में कमी हो रहीं हैं।
कोल्हान पुलिस आत्मसमर्पण करने वाले नक्सलियों से लंबे समय से संपर्क में थी। DIG ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान चेतावनी देते हुए कहा कि , माओवादी आत्मसमर्पण कर दे, नहीं तो जंगलों में पुलिस और सुरक्षा बलों के अभियान के दौरान पकड़े जायेंगे या मारे जायेंगे। अधिकारीयों ने अभी भी नक्सली संगठन से जुड़े नक्सलियों को आत्मसमर्पण करने कि बात कही है। साथ ही बताया की आत्मसमर्पण निति से नक्सलियों का जीवन सुधर जाएगा और समाज की मुख्य धारा में जुड़कर बेहतर और सुख शांति से परिवार के साथ जीवन गुजार पाएंगे।
‘मिसिर बेसरा’ माओवादी संगठन की सेंट्रल कमेटी ‘सह ईस्टर्न रीजनल ब्यूरो’ का प्रमुख है। वह मूल रूप से गिरिडीह के पीरटांड़ का रहने वाला है और झारखंड, ओडिशा, प. बंगाल में हुई कई नक्सली घटनाओं का मास्टरमाइंड भी है। यही कारण है कि, तीन राज्यों की पुलिस ने उस पर एक करोड़ रुपए का इनाम रखा है। साथ ही अभी भी ‘मिसिर बेसरा’ कोल्हान क्षेत्र में छिपकर बैठा है और संगठन का संचालन कर रहा है।
आत्मसमर्पण करने वाले नक्सली जोगेन कोड़ा ने कहा कि, हम 2019 से संगठन में जुड़े थे। हमें कोई जानकारी नहीं थी कि, संगठन कैसे काम करता है। हमें समझ ही नहीं आया कि, हम फोर्स है या माओवादी। हम बस संगठन तक सामान पहुंचाते थे। काम नहीं करने पर डराया जाता था कि, यहां से बाहर जाओगे तो पुलिस तंग करेगी। इसलिए संगठन में शामिल हो जाओ। साथ ही हमे नक्सली संगठन से काम करने के लिए कोई पैसा नहीं मिलता था।
15 कुख्यात नक्सलियों के नाम और दर्ज मामले
प्रधान कोड़ा के खिलाफ सबसे ज्यादा 8 मामले दर्ज है। इसके बाद चंद्रोमोहन के खिलाफ 7, पगला गोप के खिलाफ 5, विजय बोयपाई के खिलाफ 4, गंगा राम पूर्ति के खिलाफ 3, पेलोंग कोड़ा, बोयो कोड़ा, जोगेन कोड़ा,और रामजा पूर्ति के खिलाफ 2-2 मामले दर्ज हैं। सोहन सिंह, सुशील डोरेन चंपिया , सोनू चंपिया, मनी चंपिया, मोगा चंपिया के खिलाफ 1-1 मामला और इसमें एक नाबालिग लड़की भी है जिसके खिलाफ 1 मामला दर्ज है।