रीवा। मध्यप्रदेश के रीवा जिले के मनिका गांव में बीते शुक्रवार को एक खेत के बोरवेल के अंदर 6 साल का मासूम बच्चा गिर गया था। उसे बोरवेल में गिरे पूरे 20 घंटे हो चुके हैं। लेकिन अभी तक उसे बाहर नहीं निकाला जा सका है। हालांकि, बच्चे को बोरवेल से बाहर निकालने की पूरी कोशिश की जा रही है। रेस्क्यू के लिए NDRF और स्थानीय प्रशासन की पूरी टीम लगी हुई है। लेकिन न तो बच्चे तक कैमरा पहुंच पाया है और न ही ऑक्सीजन की पाइप।
बोरवेल में मिट्टी और पराली होने की वजह से कैमरे में तस्वीर नहीं आ पाई है और बारिश और तूफ़ान के वजह से रेस्क्यू में दिक्कत आ रही हैं। 4 पोकलेन और 2 JCB खुदाई में लगाई गई है। बोरवेल में फंसे मयंक तक पहुंचने के लिए 60 फिट की पैरलल लेन बनाई जा रही है।
खेत मालिक फरार
दरअसल, हीरामणि मिश्र नाम के शख्स के खेत में हार्वेस्टर से गेंहू की कटाई की जा रही थी। हार्वेस्टर के पीछे 4 बच्चे गेंहू की बाली बिन रहे थे और इसी दौरान मयंक खुले गड्डे में गिर गया। बताया जा रहा है कि, हीरामणि ने 3 साल पहले इस बोरवेल को खुदवाया था और पानी नहीं मिलने की वजह से खुला छोड़ दिया। इस हादसे के बाद से खेत का मालिक हीरामणि मिश्र फरार है।
वरिष्ठ अधिकारी भी मौके पर मौजूद
बच्चे के बोरवेल में गिरने की सूचना मिलते ही थाना प्रभारी और SDM मौके पर पहुंचे। घटना कल दोपहर की है। मौके पर तमाम वरिष्ठ अधिकारी मौजूद हैं और बचाव कार्य जारी है। 2 JCB, कैमरामैन की एक टीम और SDRF की एक टीम रेस्क्यू कर रही है। बनारस से SDRF की एक टीम भेजी गई है। फिलहाल उसे बोरवेल से बाहर निकालने की कोशिश की जा रही है।
राज्य सरकार के निर्देश पर कलेक्टर रीवा ने सभी SDM को आदेश जारी कर खुले हुए बोरवेल को ढकने के निर्देश जारी किए थे। इसके बावजूद भी निर्देश का पालन नहीं किया गया, नतीजन एक मासूम बच्चे की जान में बन गई।