COVID-19 या कोरोना वायरस से अभी तक देश और दुनिया ठीक से उभर भी नहीं पाई है वहीं एक और वायरस दस्तक देते नजर आ रहा है। इस वायरस का नाम KP.2 है। इसे FLiRT वायरस के नाम से भी जाना जाता है। यह ऑमिक्रॉन वायरस का सबवेरिएंट वायरस है। भारत में इस वायरस का पता नवंबर 2023 से चला है और ऐसा माना जा रहा है कि, देश के कुछ हिस्सों में COVID-19 के मामलों में हो रही वृद्धि इसी से जुड़ी हुई है।
किन राज्यों में दिख रहा है इसका असर ?
देश के कुछ राज्यों में इसका असर दिखना शुरू हो गया है। करीबन 7 राज्यों में इस वेरिएंट के मामले दर्ज हो गए हैं। इसके सबसे ज्यादा मामले महाराष्ट्र में देखने मिले हैं। महाराष्ट्र में अब तक 146 मामले दर्ज हो चुके हैं। इसके बाद पश्चिम बंगाल में 36, गुजरात में 23, राजस्थान में 21, ओडिशा में 17, उत्तराखंड में 16 और गोवा में 12 मामले दर्ज हुए हैं।
क्या अंतर है कोरोना और FLiRT वायरस में ?
ऐसा माना जा रहा है कि, पिछले वेरिएंट्स की तुलना में FLiRT वायरस अधिक संचरणीय है। मतलब यह वायरस एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में आसानी से फैलता है। यह वायरस म्यूटेशन वायरस को भी एंटीबॉडी पर हमले करने में मदद करता है। इसका मतलब यह है कि, इसका सबसे ज्यादा खतरा कमजोर इम्युनिटी वालो पर पड़ेगा। इसके अलावा इसका असर उन पर भी पड़ सकता है, जिन्हें पहले से ही वैक्सीन लग चुकी हो। इन्हीं वजहों से इसे बाकी वेरिएंट की तुलना में घातक माना जा रहा है।
क्या है इसके लक्षण ?
FLiRT वायरस के लक्षण भी बाकी वेरिएंट के लक्षणों के तरह ही हैं। इसमें भी संक्रमित व्यक्ति में बुखार, खाँसी, गला खराब होना, बहती नाक, शरीर में दर्द, थकान और सांस की तकलीफ जैसे लक्षण देखने मिलेंगे।
कैसे करे FLiRT वायरस से बचाव ?
इस वायरस से भी पिछले वायरस की तरह ही बचाव किया जा सकता है। जैसे मास्क से मुंह ढकना, लोगों से दूरी बनाए रखना और नियमित हाथों को साबुन या सैनिटाइजर से साफ करना।