छत्तीसगढ़ के बिलासपुर जिला स्थित कांग्रेस नेता राजेंद्र शुक्ला के घर पर CBI ने छापा मारा है। आज सुबह छत्तीसगढ़ PSC घोटाला मामले में जांच को लेकर ये रेड मारी गई है। कांग्रेस नेता राजेंद्र शुक्ला के अलावा टीम ने रायपुर, दुर्ग और भिलाई समेत कई शहरों में दबिश दी है। CBI की टीम छत्तीसगढ़ लोक सेवा आयोग (CGPSC) घोटाला मामले की जांच में जुटी हुई है।
छत्तीसगढ़ में CBI की रेड
छत्तीसगढ़ में आज सुबह CBI की टीम ने कार्रवाई की है। टीम ने बिलासपुर जिले में कांग्रेस नेता राजेंद्र शुक्ला के घर में छापा मारा है। CGPSC घोटाला मामले में कांग्रेस नेता राजेंद्र शुक्ला के बेटे स्वर्णिम शुक्ला का नाम शामिल होने की बात भी सामने आई है। बता दें कि वर्तमान में स्वर्णिम शुक्ला डिप्टी कलेक्टर के पद पर हैं। इसके अलावा दुर्ग जिले के तालपुरी में रहने वाले गवर्नर के पूर्व सेक्रेटरी अमृत खलको के घर भी CBI टीम पहुंची है।
साथ ही धमतरी जिला स्थित CGPSC के पूर्व अध्यक्ष टामन सोनवानी के यहां भी छापा मारा गया है। सोनवानी के बेटे, बहू और भतीजी का PSC में सिलेक्शन हुआ था, जिसमें गड़बड़ी को लेकर जांच की जा रही है।
दुर्ग में भी CBI का छापा
दुर्ग जिले में भी आज CBI के 20 से ज्यादा अधिकारी पहुंचे। CBI की टीम ने तालपुरी में रहने वाले गवर्नर के पूर्व सेक्रेटरी अमृत खलको के घर पर छापा मारा है। अमृत कुमार खलको का बेटा और बेटी का PSC में सिलेक्शन हुआ था। दोनों वर्तमान में डिप्टी कलेक्टर के पद पर कार्य कर रहे हैं।
क्या है CGPSC घोटाला मामला
CBI की टीम ने साल 2022 में हुई छत्तीसगढ़ लोक सेवा आयोग की परीक्षा में धांधली की जांच को लेकर ये कार्रवाई की है। आरोप है कि परीक्षा में बड़े पैमाने पर फर्जीवाड़ा करते हुए नेताओं और अधिकारियों ने अवैध तरीके से अपने रिश्तेदारों की भर्ती कराई है। मामला सामने आने के बाद राज्य सरकार ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए इसकी जांच CBI को सौंप दी है।
बालोद में दर्ज है FIR
छत्तीसगढ़ लोक सेवा आयोग भर्ती घोटाला (CGPSC) मामले में बालोद जिले के अर्जुंदा थाने में गड़बड़ी और भ्रष्टाचार के आरोप में FIR दर्ज की गई है। इस मामले में तत्कालीन चेयरमैन टामन सिंह सोनवानी, सचिव, परीक्षा नियंत्रक समेत अधिकारियों और नेताओं का नाम शामिल हैं। इस केस में CBI 2022 के बाद से हुई सभी परीक्षाओं की जांच में जुटी हुई है।