चार दिन ब्रेक के बाद शुरू हुई अमरनाथ-यात्रा के चलते पहलगाम और आसपास के इलाकों में पैर रखने की जगह नहीं है। यात्रियों के लिए कैंप तो बने हैं, लेकिन कल रात हाउसफुल हो गए। कड़कड़ाती ठंड में परेशान हो रहे इंदौरी परिवार को सेना के अफसर ने अपने कैंप में जगह दी और सारे इंतजाम किए। अग्रवाल परिवार के बारह लोग अमरनाथ-यात्रा में गए हैं। महिलाएं भी साथ हैं। इधर-उधर भटकता देख सेना के अफसर विनय सोलंकी ने परेशानी पूछी, तो सुनीता अग्रवाल ने बताया कि सब कैंप हाउसफुल हो गए हैं… रात मुश्किल हो जाएगी। सोलंकी उन्हें अपने साथ ले गए। सेना के कैंप में ठहरवाया। जगह वहां भी नहीं थी… चार दिन से लगातार ड्यूटी कर रहे सैनिक सो रहे थे। उन्हें जैसे ही इंदौरी परिवार की मुश्किल पता चली, तो बिस्तर खाली कर दिया और दूसरे कैंप में चले गए।
भावुक हुआ परिवार
इस दरियादिली से भावुक हुए अग्रवाल परिवार के मुखिया ने जब अफसर के पैर छुए, तो उनका भी गला रुंध गया और बोले- ये तो हमारा फर्ज है। सुबह होने के बाद भी भारी भीड़ थी। अफसर ने परिवार को बाहर निकलवाया और चंदनवाड़ी तक जाने का इंतजाम किया। बसों और दूसरे साधनों में भारी भीड़ है। इस बार अमरनाथ-यात्रा में महादेव के नारों के साथ-साथ वंदे-मातरम् और भारत माता का जयकारा भी लग रहा है। सेना और जम्मू-कश्मीर पुलिस के बीच भी तनातनी है।