सबसे बड़ी आर्थिक शक्ति अमेरिका के वॉशिंगटन डी.सी. में बुधवार रात में एक हिला देने वाला हादसा हुआ, जब रीगन एयरपोर्ट के पास 64 यात्रियों से भरा एक अमेरिकन रीजनल पैसेंजर जेट, लैंडिंग के समय यूएस आर्मी ब्लैक हॉक हेलीकॉप्टर से टकराकर ठंडी पोटोमैक नदी में क्रैश हो गया। पोटोमैक नदी, न केवल अमेरिका की सबसे बड़ी नदी है, बल्कि इसका तापमान भी इतना ठंडा है कि कोई तैरकर बाहर नही आ सकता। अब तक कुल 18 शव बरामद कर लिए गए है और सभी 64 यात्रियों के साथ इस प्रकार की अनहोनी होने की आशंका है।
ट्रंप ने इस दुःखद घटना पर अपने संवेदनाएं व्यक्त करते हुए कहा कि ईश्वर मृतकों की आत्मा को शान्ति दे। साथ ही, उन्होंने यह भी कहा कि विमान अपने सामान्य रूटीन पर रनवे की ओर बढ़ रहा था, आसमान साफ था लाइट्स भी चालू थी। फिर चॉपर ने अपने सामने आते विमान को देखकर रास्ता क्यों नहीं बदला? क्या इस अनहोनी को रोका नही जा सकता था? अमेरिकी एजेंसी FBI ने मामले की जांच करना शुरू कर दी है।
दुर्घटना में बचे जीवित लोगों के लिए बचाव कार्य जारी है, जिसमें वॉशिंगटन डी.सी. का अग्नि शमन विभाग, अमेरिकी तट रक्षक तथा स्थानीय पुलिसकर्मी शामिल है। राष्ट्रपति ट्रंप ने बचाव कार्य में जुटे लोगों का आभार भी जताया है। हादसे के बाद रोनाल्ड रीगन अंतर्राष्ट्रीय एयरपोर्ट की सभी फ्लाइट्स रद्द कर दी गई है।
यह भी एक विचित्र संयोग है कि वर्ष 1982 में इसी स्थान पर एक भीषण हादसा हुआ था, जब उड़ान भरने के कुछ देर बाद ही एयर फ्लोरिडा 90, 14वे स्ट्रीट ब्रिज से टकराकर इसी नदी में गिर गया था और 70 यात्रियों समेत 4 क्रू मेंबर्स को अपनी जान गंवानी पड़ी थी।