मुंबई के धारावी रीडेवलपमेंट प्रोजेक्ट को अब अडानी ग्रुप जल्द ही पूरा करने का जा रहा है । इस प्रोजेक्ट की जिम्मेदारी अब अडानी ग्रुप ने ले ली है। यह झुग्गी बस्ती के रीडेवलपमेंट प्रोजेक्टस में पहला ऐसा प्रोजेक्ट है, जिसमे सबसे बड़े फ्लैट्स दिए जाएंगे। जिसके निर्माण के लिए कुछ ही हफ्तों में धारावी के मैपिंग का काम शुरू किया जाएगा।
रिपोर्ट के मुताबिक धारावी में फ्लैट देने के लिए 1 जनवरी 2000 को अंतिम तिथि के रूप में तय किया गया है। यानी कि जो भी लोग 1 जनवरी 2000 से यहां रह रहे हैं, वे धारावी के मूल निवासी माने जाएंगे, और सिर्फ उन्ही लोगों को यह नए फ्लैट उपलब्ध कराए जाएंगे।
अडानी ग्रुप ने अपने एक बयान में कहा कि इससे पहले की झुग्गी रीडेवलपमेंट प्रोजेक्ट में 269 वर्ग फीट के मकान दिए जाते थे, लेकिन अडानी ग्रुप धारावी के निवासियों को 350 वर्ग फीट का मकान देगा। इस नए मकान में अटैच किचन और वॉशरूम भी होगा। साथ ही लोगों की सुविधा के लिए कम्युनिटी सेंटर, एंटरटेनमेंट एरिया, पब्लिक पार्क और अस्पताल भी होगा,साथ ही बच्चों की केयरिंग के लिए डे-केयर सेंटर भी बनाए जाएंगे।
240 हेक्टेयर में फैले धारावी को फिर से डेवलप करने के लिए यह योजना दो दशक पहले बनाई गई थी, लेकिन इसमें कई दिक्कतें आती रहीं। जिसके बाद महाराष्ट्र सरकार एकनाथ शिंदे ने अक्टूबर 2022 में नए टेंडर जारी किए। इस प्रोजेक्ट के लिए लगी बोली को उद्धव ठाकरे सरकार ने साल 2019 में रद्द कर दिया था। लेकिन एक लंबे इंतेजार के बाद अब इस प्रोजेक्ट को मंजूरी मिल गई है। जिसके बाद अब अनुमान है कि प्रोजेक्ट को पूरा करने में 23000 करोड़ रुपये तक का खर्च आ सकता है।
मुंबई की धारावी बस्ती को सन 1882 में अंग्रेजों द्वारा मजदूरों को किफायती ठिकाना देने के मकसद से बसाया गया था। यहां धीरे-धीरे लोग आकर बसने लगे और यहां झुग्गी-बस्तियां बनती गईं। सबसे बड़ी बात यह है कि धारावी की जमीन सरकारी है, लेकिन लोगों ने अपने पैसे खर्च करके इसे बस्ती बना दी। मुंबई की धारावी में झुग्गी बस्ती अब तक की दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी और एशिया की सबसे बड़ी बस्ती है। धारावी में कितने लोग रहते हैं, इसका अभी तक सही आंकड़ा सामने नहीं आया है, लेकिन एक अनुमान के मुताबिक 240 हेक्टेयर की बनी इस बस्ती में करीब 8 लाख लोग रहते है, और 13 हजार छोटे बिजनेस है।
धारावी के रीडेवलपमेंट प्रोजेक्ट की जिम्मेदारी अडानी ग्रुप और मुंबई स्लम रिहैबिलिटेशन अथॉरिटी (Slum Rehabilitation Authority) मिलकर उठा रही है। जिसके लिए दोनों मिलकर धारावी को विकसित करने वाले प्रोजेक्ट पर काम कर रहे हैं। साल के पहले दिन यानी 1 जनवरी 2024 को ही खबर आ गई थी कि धारावी रीडेवलपमेंट प्रोजेक्ट को आगे बढ़ाने के लिए अडानी ग्रुप ने कई मशहूर कंपनियों को अपने साथ जोड़ लिया है। ये ऐसी कंपनियां हैं जिन्हें अनेक सोशल हाउसिंग प्रोजेक्ट को पूरा करने का अनुभव है।