अब भारतीयों के लिए मलेशिया जाना और भी आसान हो गया है। थाईलैंड और श्रीलंका के बाद मलेशिया भी भारतीयों को बिना वीज़ा के ट्रैवल करने की अनुमति दे रहा है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, 1 दिसंबर से भारत के नागरिकों को तीस दिनों तक मलेशिया घूमने के लिए वीज़ा-फ़्री एंट्री मिलेगी। 26 नवंबर को मलेशिया के प्रधानमंत्री अनवर इब्राहिम ने ये जानकारी दी।
मलेशिया तीसरा एशियन देश है जो भारतीयों को बिना वीज़ा के ट्रैवल करने की अनुमति दे रहा है। भारतीय ट्रैवलर्स 30 दिनों तक बिना वीज़ा के मलेशिया घूम सकते हैं। फिल्हाल सऊदी अरब, बाहरैन, कुवैत, UAE, ईरान, तुर्की और जोर्डन के नागरिक ही बिना वीज़ा के सफ़र करने जा सकते हैं।
मलेशिया के प्रधानमंत्री ने कहा कि वीज़ा-फ़्री सुविधा सिक्योरिटी क्लियरेंस पर निर्भर करेगी। आपराधिक रिकॉर्ड वाले यात्रियों को देश में बिना वीज़ा के एंट्री करने की अनुमति नहीं दी जाएगी।
किन देशों में भारतीयों को वीज़ा-फ्री एंट्री?
भारत के नागरिकों को कई देशों में वीज़ा-फ़्री एंट्री मिलती है। ये देश हैं:
- थाईलैंड
- श्रीलंका
- फ़िजी
- माइक्रोनेशिया
- ओमान
- कतर
- डोमिनिका
- ग्रेनेडा
- हैती
- जमैका
- मोंटेसेराट
- भूटान
- कजाखस्तान
- नेपाल
- मॉरीशस
- सेनेगल
- ट्यूनीशिया
भारतीयों के अलावा चीन के नागरिकों को भी मलेशिया में वीज़ा-फ़्री एंट्री मिलेगी। इससे पहले चीन ने भी मलेशिया के नागरिकों को वीज़ा फ़्री एंट्री देने की बात कही थी। 1 दिसंबर से 30 नवंबर 2024 तक ये सुविधा मिलेगी। मलेशिया के पर्यटक चीन में बिना वीज़ा के 15 दिनों तक रह सकेंगे।
वियनतनाम भी भारतीयों को वीज़ा-फ़्री एंट्री देगा
वियतनाम भी भारतीयों को वीज़ा-फ़्री एंट्री दे सकता है। इस बारे में कोई आधिकारिक जानकारी नहीं मिली है, न ही वियतनाम के किसी प्रशासनिक अधिकारी का कोई बयान आया है। जर्मनी, इटली, फ्रांस, स्वीडन, डेनमार्क और फिनलैंड के नागरिक बिना वीज़ा के ही वियतनाम घूम सकते हैं। हालाकि उम्मीदें जताई जा रही हैं कि जल्द ही वियतनाम भारतीयों को वीज़ा फ्री एंट्री देगा।