हैदराबाद के नारायणगुड़ा में, भारत के पहले बड़े Transgender Clinic, जिसे Mitr Clinic के नाम से जाना जाता हैं, को बंद कर दिया गया हैं। ये transgender community के लिए एक ऐसा स्थान था जहां पर उन्हें Sex Change Process, हार्मोन थेरेपी पर सलाह और ऑपरेशन, मानसिक स्वास्थ्य संबंधी सलाह, HIV का इलाज और सामान्य उपचार मिलता था।
बंद करने की वजह!
20 जनवरी 2024 को ट्रंप के शपथग्रहण के बाद, उन्होंने कई फैसले लिए थे। जिसमें USAID द्वारा फंडिंग पर रोक लगाना भी एक अहम निर्णय था। इसका असर दुनियाभर के कई projects पर पड़ा, Mitr Clinic को USAID से सहायता प्राप्त होती थी, तो ज़ाहिर हैं कि फंडिंग रुकने के बाद 2025 में इसे बंद करना पड़ा। इसकी शुरूआत जनवरी 2021 में की गई थी जहां इस community को स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान की जा रहीं थीं। हालांकि इसे बंद कर दिया गया हैं, लेकिन राज्य सरकार द्वारा 33 अन्य clinics खोले गए हैं, जिससे स्वास्थ्य सेवाएं बिना किसी समस्या के चलती रहेंगी।
बंद करने के परिणाम!
इस clinic में 8 लोगों के काम करने का अनुमान हैं। ज़ाहिर हैं कि उन्हें अब रोज़गार सम्बन्धी दिक्कतों का सामना करना पड़ेगा। हर महीने करीब 150- 200 को यहां treatment मिला करती थी। रिपोर्ट्स के मुताबिक, इस तरह के clinics के बंद हो जाने से, करीब 5000 लोग प्रभावित हो सकते हैं। यहां HIV पॉजिटिव दर 6% थी और 80% मरीजों को एंटीरेट्रोवायरल थैरेपी (ART) दी जा रही थी। Clinic के बंद होने से इन्हें कई परेशानियों का सामना करना पड़ेगा। एक clinic को चलाने के लिए 30 लाख रुपयों की ज़रूरत पड़ती थी। फंडिंग रुकने के बाद अब नए विकल्पों की तलाश जारी हैं।
निष्कर्ष
वर्तमान समय में ये समुदाय पहले ही कई प्रकार के भेदभावों से गुज़र रहा था, ऐसे में इस clinic के बंद हो जाने से इन्हें उपचार से जुड़ी मुश्किलों से गुजरना पड़ेगा। इसलिए इस समुदाय के लिए ऐसे clinics की अहमियत और भी बढ़ जाती हैं, जो बिना किसी भेदभाव के स्वास्थ्य सेवाएं मुहैया कराएं।