भारतीय वायु सेना में सोमवार को पहला सी-295 विमान शामिल किया गया, जिसके आने से भारत की लॉजिस्टिक क्षमताओं को बढ़ावा मिलेगा। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की मौजूदगी मे हिंडन वायु सेना स्टेशन पर एक समारोह का आयोजन कर इस विमान को आधिकारिक रूप से वायु सेना में शामिल किया गया। इस मौके पर केंद्रीय राज्य मंत्री जनरल वीके सिंह ने कहा कि, “आज बहुत बड़ा काम हुआ है।”
C-295 विमान की खूबियां
C-295 समसामयिक तकनीक के साथ 5 से 10 टन क्षमता का परिवहन विमान है। यह कुशल सामरिक परिवहन विमान है जो कई मिशन को पूरा कर सकता है। इस विमान को 11 घंटे तक की उड़ान क्षमता के साथ सभी मौसमों में संचालित किया सकता है। इसे रेगिस्तान से लेकर समुद्री वातावरण तक दिन के साथ-साथ रात के दौरान युद्ध अभियानों में संचालित किया जा सकता है। ये विमान सैनिकों को एक जगह से दूसरी जगह ले जाने और कार्गो की तरह भी काम करेगा।
C-295 विमान की ताकत
480 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से विमान 11 घंटे तक उड़ सकता है। विमान का उपयोग किसी हादसे के पीड़ितों और बीमार लोगों को निकालने के लिए भी किया जा सकता है। सैनिकों और साजो-सामान को तेजी से पहुंचाने के लिए रियर रैंप डोर से लैस है विमान। यह विमान विशेष अभियानों के साथ-साथ आपदा की स्थिति और समुद्री तटीय क्षेत्रों में गश्ती कार्यों को पूरा करने में सक्षम है। C-295 विमान पैराशूट के सहारे सैनिकों को उतारने और सामान गिराने के लिए काफी उपयोगी हो सकता है।
इस बेस पर तैनात होगा विमान
ये 40 विमान गुजरात के वडोदरा में टाटा एडवांस कंपनी बनाएगी। यह विमान सी -295 विमान आगरा एयरबेस पर तैनात होगा। वहीं पर इसका ट्रेनिंग सेंटर भी बनाया जा रहा है। सी-295 एयरक्राफ्ट के लिए आगरा एयरबेस को इसलिए चुना गया है, क्योंकि इसे खासतौर पर पैराट्रूपर्स के लिए बनाया गया है।