भोपाल। मध्यप्रदेश के भोपाल में साइबर धोखाधड़ी की इस तरह की पहली घटना हैं। साइबर अपराधियों ने भोपाल निवासी एक व्यक्ति से 1.85 करोड़ की धोखाधड़ी कर घोटाला किया है। आरोपियों ने AI का उपयोग करके प्रसिद्ध कंपनियों के नकली स्टॉक मार्केट ट्रेडिंग खाते बनाए हैं और सोशल मीडिया पर भ्रामक वादों के माध्यम से पीड़ितों को निवेश करने के लिए आकर्षित किया है।
जानकारी के मुताबिक, बैरसिया रोड स्थित हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी में रहने वाले मुदस्सिर हसन सिद्दीकी (41) प्राइवेट नौकरी करते हैं। वह पिछले 5-6 वर्षों से शेयर बाजार में सक्रिय रूप से निवेश कर रहे थे। उन्होंने फेसबुक पर स्टॉक मार्केट ट्रेडिंग से संबंधित एक विज्ञापन देखा और दिए गए नंबर के आधार पर एक व्हाट्सएप ग्रुप में शामिल हो गए।
कुछ दिनों के बाद, उन्हें एक नंबर से कॉल आया, जिसमें दावा किया गया कि, यह इंद्रा सिक्योरिटीज कस्टमर केयर का नंबर है और उसे दूसरे व्हाट्सएप ग्रुप से जुड़ने का निर्देश दिया गया। इसके बाद, उन्हें इंडिया सिक्योरिटीज के नाम से पहचाने जाने वाले टेलीग्राम समूह में शामिल होने के लिए एक लिंक भेजा गया। जाल में फंसकर मुदस्सिर ने कंपनी के शेयरों में निवेश करना शुरू कर दिया।
चूंकि छोटे निवेशों पर रिटर्न आकर्षक लग रहा था, इसलिए उन्होंने अपनी जीवन भर की बचत का निवेश किया, जिसमें 85 लाख का लोन भी शामिल था। जब उन्होंने शेयर बेचने का प्रयास किया तो ग्रुप एडमिन ने प्रक्रिया रोक दी। मुदस्सिर ने समूह के सदस्यों के साथ संवाद करना शुरू किया, लेकिन व्यवस्थापक ने जवाब देना बंद कर दिया। तब उसे एहसास हुआ कि वह धोखाधड़ी का शिकार हो गया है और उसने पुलिस को घटना की सूचना दी।
पुलिस ने जांच के बाद FIR दर्ज कर ली है और घोटाले में इस्तेमाल किए गए खातों और मोबाइल नंबरों के आधार पर आरोपियों का पता लगाने की कोशिश की जा रही है। शिकायत के बाद साइबर पुलिस ने IT एक्ट की धारा 419, 420, 66 C और 66 D के तहत मामला दर्ज किया है। पुलिस अपराधियों का पता लगाने के लिए सक्रियता से जांच कर रही है। यह घोटाला 7 नवंबर, 2023 और 14 जनवरी, 2024 के बीच सामने आया।
भोपाल में अब ऑन लाइन धोखाधड़ी के मामले बढ़ते ही जा रहे हैं। पिछले 48 घंटों के दौरान 10 से ज्यादा मामले दर्ज किए गए हैं, जबकि बुधवार को इसी तरह के करीब 9 मामले दर्ज किए गए थे, जबकि 48 घंटे के दौरान 20 से ज्यादा मामले दर्ज हो चुके हैं। इस बार ऑनलाइन जालसाजों ने बैंक कर्मचारी से लेकर छात्रा तक को निशाना बनाया।