भारत बनाम ऑस्ट्रेलिया के बीच आज सीरीज के चौथे मैच का दिन समाप्त हुआ। ये बॉक्सिंग डे टेस्ट है। दिन की हाईलाइट यकीनन डेब्यू करने वाले 19 साल के सैम कोंस्टास रहे जिनकी 65 गेंदों पर खेली गई 60 रनों की शानदार पारी ने ऑस्ट्रेलिया को मैच पर ऐसी पकड़ दी कि वे शायद ही अब ये मैच हारें। हालांकि भारत ने आखिरी कुछ सेशन में अपनी पकड़ को मज़बूत किया था, जब उन्होंने ऑस्ट्रेलिया को 2 विकेट पर 237 रन से 6 विकेट पर 299 रन पर ला दिया, लेकिन कुल मिलाकर यह ऑस्ट्रेलिया का दिन था। और इसमें कोई शक नहीं कि यह सैम कोंस्टास का दिन था।
बॉक्सिंग डे टेस्ट हर साल क्रिसमस के एक दिन बाद यानी 26 दिसंबर को मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड, ऑस्ट्रेलिया में खेला जाता है। यह केवल एक क्रिकेट मैच नहीं है, बल्कि एक सांस्कृतिक और खेल परंपरा है, जिसे क्रिकेट प्रेमियों द्वारा बड़े उत्साह के साथ मनाया जाता है। हममे से ज्यादातर लोग अभी भी इसे रिंग के अंदर होने वाली बॉक्सिंग से जोड़कर देखते हैं लेकिन इस टेस्ट के नाम के पीछे एक अलग कहानी है।
दरअसल बॉक्सिंग डे का नाम ‘बॉक्स’ शब्द से लिया गया है, जो मध्यकालीन इंग्लैंड की परंपरा से जुड़ा है। उस समय, क्रिसमस के अगले दिन अमीर लोग गरीबों को उपहार और खाने-पीने का सामान ‘बॉक्स’ में डालकर दान देते थे। यह परंपरा धीरे-धीरे ब्रिटिश इंडस्ट्रीलिस्ट में भी फैल गई और खेलों से जुड़ गई।
ऑस्ट्रेलिया में बॉक्सिंग डे का खेलों से जुड़ाव 19वीं सदी में शुरू हुआ, जब क्रिकेट और रग्बी जैसे खेल इस दिन खेले जाने लगे। मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड पर पहला बॉक्सिंग डे टेस्ट 1950 में आयोजित किया गया था और तब से यह एक स्थायी परंपरा बन गई।
बॉक्सिंग डे टेस्ट का इतिहास 26 दिसंबर, 1950 से शुरू होता है, जब ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड के बीच पहला टेस्ट मैच खेला गया। हालांकि इसे आधिकारिक तौर पर ‘बॉक्सिंग डे टेस्ट’ का नाम 1974-75 की एशेज सीरीज के दौरान दिया गया।
उस समय ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड के बीच टेस्ट मैच को देखने के लिए बड़ी संख्या में दर्शक MCG में जुटे। इस मैच की लोकप्रियता और सफलता ने इसे एक स्थायी आयोजन बना दिया। आज, बॉक्सिंग डे टेस्ट न केवल ऑस्ट्रेलिया बल्कि क्रिकेट खेलने वाले अन्य देशों में भी खासा प्रसिद्ध है। इस दिन का महत्व खिलाड़ियों के लिए भी खास होता है। ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी इसे गर्व का प्रतीक मानते हैं क्योंकि MCG दुनिया के सबसे प्रतिष्ठित क्रिकेट मैदानों में से एक है।
आज के समय में बॉक्सिंग डे टेस्ट केवल ऑस्ट्रेलिया तक सीमित नहीं है। यह दक्षिण अफ्रीका और न्यूजीलैंड जैसे देशों में भी मनाया जाता है। हालांकि, मेलबर्न का बॉक्सिंग डे टेस्ट अपनी ऐतिहासिक और सांस्कृतिक महत्ता के कारण सबसे अलग और खास है।
बॉक्सिंग डे टेस्ट ऑस्ट्रेलिया की अर्थव्यवस्था के लिहाज से भी अहम है। स्टेडियम में दर्शकों की भारी संख्या, टूरिज्म को बढ़ावा देती है। इसके अलावा, यह मैच स्थानीय और अंतरराष्ट्रीय दर्शकों के लिए सांस्कृतिक और मनोरंजन का एक बड़ा स्रोत है।
आज चाहे आप क्रिकेट के प्रशंसक हों या न हों, बॉक्सिंग डे टेस्ट हर किसी के लिए एक खास अनुभव लेकर आता है।