By using this site, you agree to the Privacy Policy
Accept
May 17, 2025
The Fourth
  • World
  • India
  • Politics
  • Sports
  • Business
  • Tech
  • Fourth Special
  • Lifestyle
  • Health
  • More
    • Travel
    • Education
    • Science
    • Religion
    • Books
    • Entertainment
    • Food
    • Music
Reading: चाबहार बंदरगाह समझौता और फिलिस्तीन के पक्ष में भारत का वोट कनेक्शन और US ने क्यों दी भारत को चेतावनी ?
Font ResizerAa
The FourthThe Fourth
Search
  • World
  • India
  • Politics
  • Sports
  • Business
  • Tech
  • Fourth Special
  • Lifestyle
  • Health
  • More
    • Travel
    • Education
    • Science
    • Religion
    • Books
    • Entertainment
    • Food
    • Music
Follow US
WhatsApp Image 2024 05 14 at 7.12.15 PM - The Fourth
World

चाबहार बंदरगाह समझौता और फिलिस्तीन के पक्ष में भारत का वोट कनेक्शन और US ने क्यों दी भारत को चेतावनी ?

अमेरिका को चिंता है कि, इससे ईरान की अर्थव्यवस्था को लाभ होगा।

Last updated: मई 14, 2024 7:23 अपराह्न
By Urva Richhariya 1 वर्ष पहले
Share
3 Min Read
SHARE

भारत ने कल यानी 13 मई को ईरान के साथ मिलकर एक ऐतिहासिक समझौता किया है। उस समझौते का नाम चाबहार बंदरगाह समझौता है। भारत ने ईरान के साथ मिलकर चाबहार बंदरगाह के संचालन का समझौता किया है। यह समझौता अगले 10 साल के लिए रहेगा। इस समझौते से भारत, पाकिस्तान और चीन की दखलंदाजी के बिना या सरल शब्दों में कहे तो उन्हें दरकिनार करके, अपनी भू-राजनीति का विस्तार कर सकेगा। इस समझौते से भारत मध्य-पूर्व एशिया से जुड़ पाएगा।

लेकिन इस समझौते से अमेरिका को क्या दिक्कत है और वह ईरान से संबंध जोड़ने के बाद भारत को चेतावनी क्यों जारी कर रहा है। आइये जानते है:

सबसे पहले आपको बता दे है कि, इस समझौते और 11 मई को फिलिस्तीन के पक्ष में दिए हुए भारत के वोट का क्या कनेक्शन है। आपको बता दे कि, इंदिरा गांधी के समय से ही भारत ने आधिकारिक तौर पर इजरायल-फिलिस्तीनी संघर्ष के लिए दो-राज्य समाधान का समर्थन किया है। इसका मतलब है कि, भारत मानता है कि शांतिपूर्ण समाधान में इज़राइल के साथ-साथ फ़िलिस्तीन भी स्वतंत्र रूप से शामिल है। वहीं ईरान के साथ चाबहार बंदरगाह विकास समझौते की शुरुआत अटल बिहारी वाजपेयी के समय में हुई थी।

आज के समय की बात करे तो, 11 मई को भारत ने फिलिस्तीन को संयुक्त राष्ट्र में शामिल करने के हित में वोट किया था। इस वोट को भारत के विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने दो-राज्य समाधान का समर्थन का नाम दिया है। फिलिस्तीन के हित में वोट करने के दो दिन बाद ही, ईरान और भारत के बीच चाबहार बंदरगाह समझौता तय हो गया है। यानी आप यह कह सकते है कि, भारत ने सोच समझकर 11 मई को अपना वोट डाला था।

अमेरिका ने क्यों दी चेतावनी ?

अमेरिका ने भारत को प्रतिबंधों का पालन नहीं करने के लिए चेतावनी दी है। अमेरिका ने ईरान पर उसके परमाणु कार्यक्रम के साथ कई अन्य कारणों के लिए प्रतिबंध लगाए हैं। चाबहार बंदरगाह सौदे से अमेरिका को यह चिंता हो गई है कि, इससे अप्रत्यक्ष रूप से ईरान की अर्थव्यवस्था को लाभ हो सकता है, जिससे अमेरिकी प्रतिबंधों का उल्लंघन होगा।

क्या है अमेरिका की चेतावनी में भारत का जवाब ?

भारत ने इस चेतावनी पर तर्क देते हुआ कहा है कि, चाबहार बंदरगाह से सिर्फ अफगानिस्तान को क्षेत्रीय कनेक्टिविटी और मानवीय सहायता मिलेगी। साथ ही भारत ने अमेरिका को यह भी आश्वासन दिया है कि, वह सभी प्रतिबंधों का पालन करेगा।

You Might Also Like

सम्पूरन जब ‘गुलज़ार’ हुए तो कईयों की जिंदगी भी गुलज़ार हो गई!

नीरज चोपड़ा यानी भारत का बाहु – बल, कैसे उन्होंने फेंका इतिहास रचने वाला एक थ्रो?

ऑपरेशन सिंदूर के बाद भारत का Diplomatic कदम, 7 All Party Delegations विदेश दौरे पर

भारत के Short Range Air Defence System …पाकिस्तान को हराने में अहम योद्धा!

IPL में विदेशी खिलाड़ियों की गैरमौजूदगी से पलट सकता है Playoffs का गणित

TAGGED: Afghanistan, america, Chabahar Port, india, Iran, Palestine, thefourth, thefourthindia, US
Share This Article
Facebook Twitter Whatsapp Whatsapp LinkedIn
What do you think?
Love0
Sad0
Happy0
Sleepy0
Angry0
Dead0
Wink0

Follow US

Find US on Social Medias

Weekly Newsletter

Subscribe to our newsletter to get our newest articles instantly!

Please enable JavaScript in your browser to complete this form.
Loading

Popular News

741995 1688979043adhir 1 - The Fourth
Politics

Heeralal Samariya की मुख्य सूचना आयुक्त की नियुक्ति से खुश नहीं है कांग्रेस के Adhir Ranjan

2 वर्ष पहले

Corona के आए 111 नए मरीज, मध्य प्रदेश में जारी हुई गाइड लाइन !

बारिश में बढ़ती है त्वचा की समस्याएं

मुख्तार के अलावा इन घटनाओं पर भी उठे थे सवाल, ‘सुनियोजित हत्या’ का नाम दिया गया

अडानी से जुड़ी एक कंपनी ने दलित परिवार को धोखा दिया

You Might Also Like

WhatsApp Image 2025 05 16 at 2.24.47 PM - The Fourth
World

क्या तालिबान भारत से नज़दीकियाँ बढ़ा रहा है? भारत-पाकिस्तान तनाव के बीच एक नई विदेश नीति की दिशा

1 दिन पहले
WhatsApp Image 2025 05 15 at 4.18.59 PM - The Fourth
World

बलूच महिलाओं का दमन और विद्रोह!

2 दिन पहले
WhatsApp Image 2025 05 15 at 3.51.38 PM - The Fourth
India

भारतीय वायुसेना की बड़ी सफलता, Defence System को जाम कर कुछ Minutes में पूरा किया Operation

2 दिन पहले
imf logo - The Fourth
World

आतंक के दलाल को फिर Bailout, क्या IMF पर विश्वास करना चाहिए?

3 दिन पहले
The Fourth
  • About Us
  • Contact
  • Privacy Policy
  • Careers
  • Entertainment
  • Fashion
  • Health
  • Lifestyle
  • Science
  • Sports

Subscribe to our newsletter

Please enable JavaScript in your browser to complete this form.
Loading
© The Fourth 2024. All Rights Reserved. By PixelDot Studios
  • About Us
  • Contact
  • Privacy Policy
  • Careers
Welcome Back!

Sign in to your account

Lost your password?