बीजापुर। छत्तीसगढ़ के बीजापुर में 30 जनवरी को नक्सलियों ने CRPF कैंप पर हमला कर दिया। इस जवाबी कार्रवाई में CRPF के 3 जवान शहीद हो गए, और 14 घायल हो गए। यह वही जगह है जहां 2021 में 23 जवान शहीद हो गए थे। CRPF कोबरा और DRG के जवानों के साथ नक्सलियों की मुठभेड़ जारी है। बस्तर IG सुंदरराज पी ने घटना की पुष्टि की है।
पुलिस के मुताबिक, लोगों को बुनियादी सुविधाएं प्रदान करने और नक्सली गतिविधियों पर नजर रखने के लिए सुकमा के टेकलगुडेम गांव में 30 जनवरी ही एक सुरक्षा कैंप स्थापित किया गया था। कैंप स्थापित करने के बाद डिस्ट्रिक्ट रिजर्व गार्ड, कोबरा बटालियन और स्पेशल टास्क फोर्स इलाके में पहरा कर रहे थे। इसी दौरान नक्सलियों ने उन पर गोलीबारी शुरू कर दी।
नक्सलियों की इस गोलीबारी का सुरक्षाबलों ने मुंहतोड़ जवाब दिया, जिसके बाद नक्सली जंगल की आड़ लेकर भाग निकले। 14 घायल जवानों को इलाज के लिए रायपुर भेजा गया है।
2021 में टेकलगुड़ेम के जंगल में पुलिस-नक्सली मुठभेड़ में 23 जवान शहीद हो गए थे। बस्तर रेंज के पुलिस महानिरीक्षक सुन्दरराज पी. ने कहा कि, “इलाके के लोगों को नक्सल समस्या से निजात दिलाने के लिए बस्तर पुलिस और तैनात सुरक्षा बल प्रतिबद्ध है। साल 2021 में टेकलगुड़ेम मुठभेड़ में भारी क्षति पहुंचने के बावजूद जनहित में पुनः हम मजबूती से टेकलगुड़ेम गांव में कैंप स्थापित कर क्षेत्र की शांति, सुरक्षा एवं विकास हेतु समर्पित हो कर कार्य करेंगे।”
2021 में बीजापुर जिले में करीब दो हजार सुरक्षाकर्मी एक नक्सली नेता की तलाश में थे, जब उनमें से कुछ पर हमला किया गया, अधिकारियों ने कहा था कि, करीब 400 से 750 प्रशिक्षित नक्सलियों ने जवानों को तीन तरफ से घेरकर उन पर कई घंटों तक मशीनगन से गोलियां बरसाईं थी। साथ ही उन्होंने अपनी जान गंवाने वाले सुरक्षाकर्मियों के हथियार, गोला-बारूद, वर्दी और जूते लूट लिए थे। CRPF के मुताबिक, मुठभेड़ में करीब 28-30 नक्सली भी मारे गए थे।