सर्दियाँ करीब आने के साथ, नई दिल्ली और मुंबई जैसे प्रमुख महानगरीय शहर हवा की गुणवत्ता में गिरावट का सामना कर रहे हैं, जिससे अधिकारियों को प्रदूषण के स्तर को कम करने के उद्देश्य से उपायों को तेजी से लागू करने के लिए प्रेरित किया जा रहा है। नई दिल्ली में, वायु गुणवत्ता इंडेक्स(AQI) सुबह 9 बजे 350 पर था, जो दर्शाता है कि हवा की गुणवत्ता ‘बहुत खराब’ श्रेणी में बनी हुई है। दिल्ली के लिए वायु गुणवत्ता प्रारंभिक चेतावनी प्रणाली के अनुसार, यह अनुमान है कि हवा की गुणवत्ता कम से कम 2 नवंबर तक ‘बहुत खराब’ बनी रहेगी।
हवा की गुणवत्ता खराब होने पर अंकुश लगाने के लिए बुधवार से केवल इलेक्ट्रिक, CNG और BS-VI मानक वाली बसें ही अन्य राज्यों से दिल्ली में प्रवेश कर सकेंगी। साथ ही, 1 नवंबर से परिवहन विभाग द्वारा शहर में प्रवेश करने वाली बसों की जांच के लिए सभी प्रवेश बिंदुओं पर अभियान चलाया जाएगा और जो भी बसें नियमों का पालन नहीं करेंगी, उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
इसी तर्ज़ पर BCCI ने भी एक्शन लेते हुये वर्ल्ड कप मैचों को लिये अहम फैसला लिया है। दरअसल, BCCI ने खराब वायु गुणवत्ता को ध्यान में रखते हुए मुंबई और दिल्ली में होने वाले मैच में पटाखे नहीं फोड़ने का फैसला किया है। BCCI के सचिव जय शाह ने इस बात की जानकारी दी है।
मुंबई 2 नवंबर को भारत बनाम श्रीलंका, 7 नवंबर को ऑस्ट्रेलिया बनाम अफगानिस्तान और 15 नवंबर को सेमीफाइनल की मेजबानी करेगा, जबकि दिल्ली बांग्लादेश और श्रीलंका के बीच अपने आखिरी लीग मैच की मेजबानी 6 नवंबर को करेगा।
शाह ने इंडियन एक्सप्रेस से बात करते हुए कहा, “मैंने इस मामले को औपचारिक रूप से ICC के सामने उठाया। जिसके बाद ये फैसला लिया गया कि मुंबई और दिल्ली में होने वाले मैच में कोई आतिशबाजी नहीं होगी। क्योंकि इससे प्रदूषण का स्तर और बढ़ सकता है। बोर्ड पर्यावरण से जुड़ी समस्याओं को लेकर चिंतित है और वो फैन्स की हेल्थ और सेफ्टी का हमेशा ख्याल रखेगा।”