मध्यप्रदेश में दलित-आदिवासियों के साथ हरकत जारी है। अब झाबुआ के सरकारी छात्रावास में नाबालिग लड़कियों के साथ गंदी हरकत हुई है। मुलजिम हैं- झाबुआ के डिप्टी कलेक्टर सुनील कुमार झा। पॉक्सो सहित छेड़छाड़ की दूसरी धाराओं में केस दर्ज हो गया है। झा को सस्पेंड भी कर दिया गया है। देर रात तीन बजे डिप्टी कलेक्टर सरकारी होस्टल का दौरा करने पहुंचे। वहां लड़कियों का दरवाजा खटखटाया और पलंग पर जाकर बैठ गए।
सभी लड़कियां नाबालिग
जिन चार लड़कियों के साथ हरकत की है, सबकी उम्र 10 से 14 साल बताई जा रही है। गलत तरीके से छुआ और गंदे सवाल भी किए। जाते-जाते वापस आए और दो लड़कियों को जकड़ भी लिया। शिकायत में यह भी कहा गया है कि अफसर, लड़कियों के बाथरूम में भी चला गया। लड़कियों की उम्र भी पूछ रहा था… बोला- मुझे बताना, तुम्हें कैसा लगा।
घरवालों को बताई आपबीती
लड़कियों ने यह आपबीती घरवालों को बताई तो उन्हीं में से एक लड़की की मां ने एफआईआर करवाई है। 354 के साथ-साथ पॉक्सो के तहत भी केस दर्ज किया गया है। एएसपी पीएल कुर्वे ने बताया कि उसे हिरासत में ले लिया गया है। आज कोर्ट में पेश किया जाएगा। खबर आम होने के बाद सोशल मीडिया पर फिर बवाल शुरू हो गया है। लोगों ने बीते दस दिन में आदिवासियों के साथ हुई हरकत को याद दिलाना शुरू कर दिया है। सीधी का पेशाब-कांड, सागर में पिटाई और इंदौर में दलित भाइयों की पिटाई के फोटो-वीडियो शेयर कर प्रदेश के सुरक्षा इंतजाम को कोसा जा रहा है।
इंदौर में भी रहा है अफसर
इंदौर कलेक्ट्रेट में भी शराब पीकर आता था सुनील कुमार झा इंदौर कलेक्ट्रेट में भी रहा है। शराब पीकर दफ्तर आता था। बर्ताव भी ठीक नहीं था। इस सबसे नाराज तब के कलेक्टर मनीष सिंह ने झा को पद से हटा दिया था। बाद में झाबुआ तबादला हो गया। 2018 के चुनाव में भी झा ने बवाल करवाया था। महिला कर्मचारी के साथ नेहरू स्टेडियम में छेड़छाड़ कर दी थी। आवेदन देने आई महिला से हरकत की थी।