दिल्ली की राजनीति में एक नया अध्याय शुरू हुआ है। भाजपा ने 27 साल बाद राजधानी में सरकार बनाई है और रेखा गुप्ता को मुख्यमंत्री पद की जिम्मेदारी सौंपी है। शालीमार बाग से पहली बार विधायक चुनी गईं रेखा गुप्ता ने रामलीला मैदान में आयोजित एक भव्य समारोह में मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। इस अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित कई प्रमुख नेता उपस्थित थे।
कौन हैं रेखा गुप्ता?
रेखा गुप्ता अपनी सादगी व जनता से सीधे संवाद के लिए जानी जाती हैं। लंबे समय से पार्टी के साथ काम करने के बाद, उन्हें यह महत्वपूर्ण जिम्मेदारी दी गई है। उनकी छवि एक जमीनी नेता की रही है, जो महिलाओं और शिक्षा के मुद्दों पर खास ध्यान देती हैं।
मंत्रिमंडल में कौन-कौन शामिल?
रेखा गुप्ता के साथ ही छह प्रमुख नेताओं ने भी मंत्रिपद की शपथ ली:
प्रवेश साहिब सिंह वर्मा – अनुभवी नेता, जिन्हें प्रशासनिक अनुभव के लिए जाना जाता है।

कपिल मिश्रा – अपने बेबाक बयानों और नीतिगत फैसलों के लिए चर्चित।

मनजिंदर सिंह सिरसा – सिख समुदाय के प्रमुख नेता, जो सामाजिक और धार्मिक मुद्दों पर सक्रिय रहे हैं।

रविंद्र इंद्राज सिंह – दिल्ली के बाहरी इलाकों और ग्रामीण विकास से जुड़े मुद्दों पर विशेष ध्यान देने वाले नेता।

पंकज सिंह – युवाओं और शिक्षा सुधार से संबंधित योजनाओं पर काम करने के लिए पहचाने जाते हैं।

आशीष सूद – संगठन में मजबूत पकड़ रखने वाले नेता, जो कार्यकर्ताओं के बीच लोकप्रिय हैं।

शपथ ग्रहण समारोह की झलक
रामलीला मैदान में हुए इस भव्य आयोजन में हजारों की संख्या में लोग शामिल हुए। समारोह में भाजपा के शीर्ष नेता मौजूद थे, जिन्होंने दिल्ली की नई सरकार को बधाई दी। शपथ ग्रहण से पहले रेखा गुप्ता ने हनुमान मंदिर जाकर आशीर्वाद लिया और उसके बाद जनता को संबोधित किया।
नई सरकार से क्या उम्मीदें?
दिल्ली की जनता को नई सरकार से बड़ी उम्मीदें हैं। रेखा गुप्ता ने अपने पहले भाषण में स्पष्ट किया कि उनकी सरकार महिलाओं की सुरक्षा, शिक्षा, स्वच्छता और ट्रैफिक सुधार पर विशेष ध्यान देगी। उन्होंने यह भी संकेत दिया कि वे अनावश्यक सरकारी खर्चों में कटौती करेंगी और जनता के पैसे का सही इस्तेमाल सुनिश्चित करेंगी।
दिल्ली की राजनीति में इस बदलाव को ऐतिहासिक माना जा रहा है। अब सभी की नजरें इस पर टिकी हैं कि नई सरकार अपने वादों को कैसे पूरा करती है और किस तरह राजधानी के विकास को नई दिशा देती है।