फर्ज़ कीजिए आप 2011 में हैं। क्रिकेट विश्वकप का ऐतिहासिक फाइनल मैच कल होने वाला है और आज आपको ये मालूम पड़े की भारतीय कप्तान महेंद्र सिंह धोनी कल का मैच नही खेल रहे क्योंकि उनकी ग्रह दशा के हिसाब से वो कल अच्छा नही खेलेंगे। झटका लगा न? कुछ ऐसा ही हुआ है भारतीय फुटबॉल टीम के साथ।
क्या है पूरा मामला?
दरअसल मामला पिछले साल का है, जब कोलकाता में एक महत्वपूर्ण एशियाई कप क्वालीफायर में भारत का अफगानिस्तान से सामना होने से 48 घंटे पहले, राष्ट्रीय फुटबॉल टीम के कोच Igor stimac ने दिल्ली एनसीआर के एक ज्योतिषी, भूपेश शर्मा को यह संदेश भेजा, साथ ही कुछ खिलाड़ियों की निजी जानकारी जैसे जन्मस्थान, जन्म तिथि इत्यादि देकर उनसे ग्रह दशा के अनुसार वो खिलाड़ी खेल सकते हैं या नहीं, इस बात का निर्णय लेने को कहा। इस बात का नतीजा ये निकला कि ऐन मौके पर किक-ऑफ से एक घंटे पहले, जब मैच के लिए भारत की टीम घोषित की गई, ज्योतिषी के अनुसार जो दो स्थापित नाम जिनके सितारे अनुकूल नहीं थे, उन्हें जगह नहीं मिली।
एक बार नहीं हुई ये घटना।
इतना ही नहीं, इसके अलावा कई अन्य मैच मे टीम का चयन भूपेश शर्मा के निर्देशन के अनुसार किए गए। मई-जून 2022 में स्टिमैक और शर्मा के बीच कथित 100 से भी अधिक बार बातचीत हुई, और खेले जाने वाले मैच के अहम फैसले लिए जाते रहे, जिनमे जॉर्डन के खिलाफ एक फ़्रेंडली मैच और उसके बाद कंबोडिया, अफगानिस्तान और हांगकांग के खिलाफ तीन एशियाई कप क्वालीफायर शामिल है। हर मैच के दौरान स्टिमैक और शर्मा संपर्क मे थे।
भूपेश को मिलते थे पैसे।
सूत्रों के अनुसार ये जो काम ज्योतिषी भूपेश शर्मा इंडियन फुटबॉल टीम के लिए कर रहे थे, इस काम के लिए उन्हे 5 लाख प्रति महीने जितनी रकम मिल रही थी।
इस तरह से टीम की किसी भी निजी जानकारी का बांटा जाना किसी भी स्तर पर बिल्कुल भी स्वीकार्य न है और न ही होना चाहिए। इस मामले में आगे जो कार्यवाही होगी, वो अपनी जगह है पर साथ ही इस तरह की घटनाओं से सतर्क होकर खिलाड़ियों की निजी जानकारी की सुरक्षा बढ़ाने की जरूरत है।