इंफाल। चार महीने से हिंसा झेल रहे मणिपुर के आम लोगों के सामने अब नई मुसीबत आ गई है। वो दल सक्रिय हो गए हैं, जो दस-पंद्रह साल पहले तक हफ्ता-वसूली करते थे। इंफाल सहित आसपास के कई कारोबारियों ने शिकायत दर्ज कराई है कि उन्हें लगातार फोन आ रहे हैं। पांच से दस लाख रुपए तक मांगते हैं। धमकी देते हैं कि अगर कारोबार करना है, तो पैसा पहुंचा दो, वरना दुकान-घर सब जला देंगे।
एक दशक पहले था यही हाल !
इनमें कुछ दल ऐसे भी हैं, जिन्हें आतंकी करार दे दिया गया था। 2007-08 तक वसूली की सैकड़ों शिकायतें आती थीं। सख्ती के बाद सब खत्म हो गया था, लेकिन अब फिर से वही माहौल बन रहा है। कई हुड़दंगी हैं, जो इस हिंसा का भी फायदा उठाना चाहते हैं। इंफाल के इलेक्ट्रॉनिक कारोबारी ने बताया कि मुझे फोन आया और पूरे परिवार को अगवा करने की धमकी दी। मेरे घर के बाहर संदेश चिपका कर चले गए। एक बार तो पेट्रोल बम भी मिला है।
इसमें भी मैती-कुकी विवाद इंफाल के पास पीपा नगर के कारोबारी ने कहा कि इसमें भी कुकी और मैतेई समुदाय का झगड़ा बरकरार है। वसूली वाले गिरोह अपने समुदाय के लोगों से नहीं मांग रहे हैं। लिस्ट बना रखी है। दूसरे समुदाय वालों को ही निशाना बना रहे हैं। कारोबारियों का कहना है कि हम इलाका छोडऩा चाहते हैं, लेकिन कहां जाएं। इलाके के नेता और अफसरों से भी शिकायत की, लेकिन सबसे दिलासा ही मिलता है। इंफाल के बड़े पुलिस अफसर ने कहा कि हां, हमें शिकायत मिली है। वसूली गिरोह हिंसा का फायदा उठाना चाहते हैं। हमने जांच भी शुरू कर दी है। पुलिस और सुरक्षा बलों के बीच जारी खींचतान का भी हुड़दंगी फायदा उठा रहे हैं।