IPL और BCCI कयी अनोखी पहल करने के लिए जाना जाता है, चाहे वो चिल्ड्रेन वैलफेयर के लिए फंड जोड़ना हो या कैंसर पीड़ितों के लिए पैसे जोड़ने हो। BCCI, IPL के दौरान हर बार कुछ बेहतरीन पहल लेकर आया है। कहने की जरूरत नहीं है कि ऐसी पहल कभी भी किसी अन्य खेल लीग का हिस्सा नहीं रही है। आप सबको याद होगा कि इस साल की शुरुआत में आईपीएल प्लेऑफ़ और फाइनल मैच के दौरान, बीसीसीआई ने टाटा ग्रुप के साथ मिलकर देश में ग्रीन फील्ड को बढ़ाने के उद्देश्य से एक अनोखी पहल की घोषणा की थी। ग्रीन डॉट बॉल्स पहल के रूप में लोकप्रिय, इस अभियान का उद्देश्य आईपीएल 2023 के दौरान प्रत्येक डॉट बॉल के लिए पेड़ लगाना था। BCCI के सचिव जय शाह ने घोषणा की कि आईपीएल प्लेऑफ और फाइनल में खेले जाने वाले प्रत्येक डॉट बॉल के लिए कुल 500 पेड़ लगाए जाएंगे।
BCCI को कितने पेड़ लगाने थे?
IPL प्लेऑफ और फाइनल में खेली गई डॉट गेंदों की कुल संख्या 294 थी। BCCI के अनुसार चेन्नई सुपर किंग्स और गुजरात टाइटन्स के बीच पहले क्वालीफायर मैच में 84 डॉट गेंदें थीं, यानी 42,000 पेड़। मुंबई इंडियंस और लखनऊ सुपर जायंट्स के बीच दूसरे एलिमिनेटर मैच के दौरान 96 डॉट गेंद थी यानी 48,000 पेड़। अहमदाबाद में दूसरे क्वालीफायर में, 67 डॉट बॉल यानी 26,500 पेड़ और चेन्नई सुपर किंग्स और गुजरात टाइटंस के बीच फाइनल मैच के दौरान 45 डॉट बॉल की बदौलत 22,500 पेड़।
कुल मिलाकर 294 डॉट बॉल फेंकी गईं, जिससे BCCI और टाटा ग्रुप को पूरे देश में 1,47,000 पेड़ लगाने का बड़ा लक्ष्य मिला था, जिसे सराहनीय रूप से सफलतापूर्वक पूरा लिया गया है।
चार राज्यों मे 1,47,000 पेड़ लगाये गये
अब इस पहल को सफलतापूर्वक लागू कर दिया गया है। BCCI द्वारा चार राज्यों, केरल, कर्नाटक, असम और गुजरात में कुल 1,47,000 पेड़ लगाए गए हैं। पर्यावरण के लिए BCCI द्वारा लिए गए इस अनोखे प्रयास की जितनी सराहना करें कम है।