गाजा के बाद अब लेबनान को श्मशान बनाने में जुटे इजरायल ने हिजबुल्लाह के आतंक के खिलाफ ऐक्शन शुरू कर दिया है। इजरायली सेना ने कल यानी बीते सोमवार को दो दशक में सबसे बड़ा अटैक किया है। लेबनान ने हिजबुल्लाह के 1600 ठिकानों पर एक साथ अटैक किया है। हमले में इतनी तबाही मच गई कि, लोग जान बचाकर भागते नजर आए। हमले में मरने वालों की संख्या 500 पहुंच गई है, जिसमें 90 महिलाएं और बच्चे हैं। घायलों की संख्या हजारों में हैं। हालांकि, लेबनान स्वास्थ्य मंत्रालय का कहना है कि, मरने वालों की संख्या अभी और बढ़ सकती है। उधर, हिजबुल्लाह के खिलाफ महायुद्ध का बिगुल फूंक चुके इजरायल ने अपने यहां भी एक हफ्ते की इमरजेंसी जारी कर दी है। पिछले साल 2023 में 7 अक्टूबर के बाद से इजरायल और हिजबु्ल्लाह के बीच नियमित रूप से गोलीबारी हो रही है। इस युद्ध में 1200 इजरायली नागरिकों की जान गई थी।
लेबनान में इस युद्ध की शुरुआत 17 सितंबर को पेजर ब्लास्ट से शुरु हुई हैं। जो अब हवाई हमलों तक पहुंच गई है। इजरायल सिर्फ ड्रोन से नहीं बल्कि फाइटर जेट्स से भी कोहराम मचा रहा है। लेबनान में हुए पेजर और वॉकी-टॉकी ब्लास्ट के बाद हिज़्बुल्लाह ने भी इजरायल पर रॉकेट दागे थे, लेकिन वो इतना करारा जवाब देगा, यह खुद हिज़्बुल्लाह ने भी नहीं सोचा था।
इस में मरने वालों की संख्या 2020 में बेरूत के विनाशकारी बंदरगाह विस्फोट से भी ज्यादा हो गई है, जब एक गोदाम में संग्रहीत सैकड़ों टन अमोनियम नाइट्रेट में विस्फोट हुआ था। जिसमें कम से कम 218 लोग मारे गए थे और 6,000 से ज्यादा लोग घायल हुए थे। इससे पहले, सोमवार को इजराइली हमलों में 356 से ज्यादा लेबनानी मारे गए थे,जो 2006 के इजरायल-हिज्बुल्लाह युद्ध के बाद सबसे घातक हमला था। वहीं, लेबनानी नागरिकों को एक रिकॉर्ड किए गए संदेश में इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने उन्हें क्षेत्र को खाली करने के आह्वान पर ध्यान देने का आग्रह किया है। उन्होंने कहा, कि “इस चेतावनी को गंभीरता से लें।” नेतन्याहू ने कहा, “कृपया अब खतरे से दूर हो जाएं। एक बार हमारा ऑपरेशन खत्म हो जाने के बाद आप सुरक्षित रूप से अपने घरों में वापस आ सकते हैं।”
हिजबुल्लाह के तेज़ संघर्ष को देखते हुए इजरायल सरकार ने भी देशभर में हफ्तेभर की यानी 30 सितम्बर तक इमरजेंसी घोषित कर दी है। रक्षा मंत्री योआव गैलेंट के प्रस्ताव के बाद सोमवार शाम को यह घोषणा की गई। इस निर्णय को होम फ्रंट कमांड को बढ़ती सुरक्षा चिंताओं के मद्देनजर जारी किया गया है। घोषणा में कहा गया है, संघर्ष में हाल के घटनाक्रमों और पूरे देश में नागरिकों पर हमलों की उच्च संभावना के कारण यह निर्णय लिया गया है।
हाइफा, रमत डेविड एयरपोर्ट, नाजरेथ, अफुला, निचली गलील सहित कई ठिकानों के पास अलर्ट जारी किया गया है। IDF ने एक एक्स पर लिखा, ”हिजबुल्लाह का आतंकवाद हमारे नागरिकों को निशाना बना रहा है। हजारों इज़रायलियों ने अपनी रातें शेल्टर होम में छिपकर बिताई हैं। रॉकेटों की बौछारें उनके सिर के ऊपर से गुजर रही थीं। कुछ उनके घरों पर भी गिरी हैं। रॉकेट अलर्ट सायरन रात भर लगातार बज रहे थे।”