दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल को गिरफ्तार हुए आज करीबन 19 दिन हो गए है, लेकिन अभी तक दिल्ली शराब घोटाले में उनकी भागीदारी होने के कोई ठोस सबूत मिले नहीं पाए हैं। पिछली सुनवाई में अरविंद की हिरासत भी 15 अप्रैल तक बढ़ा दी गई है। ऐसे में AAP और केजरीवाल के समर्थन में उनके समर्थक आए दिन विरोध प्रदर्शन करते नजर आ ही जाते हैं।
ऐसे में ही कल AAP के तमाम नेताओं और समर्थकों ने “mass fast” यानी सामुहिक उपवास रखा था। यह फास्ट दिल्ली के जंतर-मंतर में दिनभर किया गया था। फास्ट ED द्वारा केजरीवाल की गिरफ्तारी के विरोध में किया गया था। इस “मास-फास्ट” में प्रदर्शनकारियों ने केजरीवाल का पोस्टर हाथ में लिए देशभक्ति गाने भी गाए। करीबन 25 राज्यों में यह फास्ट आयोजित हुआ था। ऐसे ही प्रदर्शन भारत के साथ-साथ बोस्टन, हॉलीवुड साइन, टाइम्स स्क्वायर और मेलबर्न जैसे विदेशी शहरों में भी देखे गए थे।
AAP नेताओं का कहना है कि, अरविंद केजरीवाल को जेल भेजने के लिए BJP को आने वाले लोक सभा चुनाव में मुंह तोड़ जवाब मिलेगा। देश की जनता केजरीवाल के साथ है। केजरीवाल उनके बेटे और भाई के समान है और उनकी हिरासत से देश को भी दुख हुआ है। AAP नेता गोपाल वर्मा ने कहा कि, जेल से बाहर आने के बाद केजरीवाल भी BJP की तानाशाही के खिलाफ की लड़ाई में शामिल होंगे।
वहीं इस प्रदर्शन के दौरान आतिशी ने BJP और ED पर निशाना साधते हुए कहा कि, BJP की ED और CBI ने अभी तक AAP नेताओं के पास से घोटाले का एक भी पैसा नहीं दिखा पाई है। इस मामले में अगर किसी का लेन-देन है तो शराब कारोबारी शरत रेड्डी से लेकर बीजेपी तक है, तो फिर BJP पर छापा क्यों नहीं मारा गया या उन्हें आरोपी क्यों नहीं बनाया गया?
जहां एक तरफ इस प्रदर्शन का साथ दिया गया है, तो वहीं दूसरी तरफ विपक्षी दल इसकी निंदा भी कर रहे हैं। शिरोमणि अकाली दल की सांसद हरसिमरत कौर बादल का कहना है कि यह शर्म की बात है कि दिल्ली सरकार भ्रष्टाचार के पक्ष में धरना दे रही है। ऐसा पहली बार हुआ है कि सरकार किसी भ्रष्ट इंसान के पक्ष में अनशन और धरना दे रही है।
ऐसा पहली बार नहीं हुआ है जब सभी AAP नेताओं ने केजरीवाल की गिरफ्तार के खिलाफ प्रदर्शन किया हो। 27 मार्च को भी AAP के मंत्री और विधायक एक सी ही टी-शर्ट (मैं भी केजरीवाल लिखी हुई) पहनकर विरोध प्रदर्शन करते नजर आए थे। उस समय भी कुछ विपक्षी दलों के नेताओं ने उसे नौटंकी का नाम दे दिया था।