चैंपियंस ट्रॉफी 2025 को अपने पहले दो semi-finalists मिल गए, जब New Zealand ने बांग्लादेश को 6 विकेट से हराकर भारत के साथ टॉप-4 में कदम रखा। कीवियों की इस जीत के साथ मेज़बान पाकिस्तान का टूर्नामेंट में सफ़र officially ख़त्म हो गया। ये मुकाबला रावलपिंडी क्रिकेट स्टेडियम में खेला गया था। New Zealand ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाज़ी का फैसला किया।
बांग्लादेश की ठीक शुरुआत!
बल्लेबाज़ी करने उतरी बांग्लादेश की ठीकठाक शुरूआत रही। Tanzid Hasan (24) और Najmul Hossain Shanto (77) ने पहले विकेट के लिए 45 रन जोड़े। हालांकि इसके बाद मध्यक्रम के बल्लेबाज़ों ने निराश किया। एक बार फिर संकट की स्थिति में Jaker Ali आगे आए और उन्होंने 45 रनों की उपयोगी पारी खेली। उनके साथ Rishad Hossain (26) ने भी अच्छा खेल दिखाया। इन 3-4 पारियों के कारण बांग्लादेश 236 रनों तक पहुंच पाया। एक और बात हैं जिस पर बांग्लादेश क्रिकेटर्स को ध्यान देने की ज़रूरत हैं और वो हैं “डॉट बॉल्स।” इस मैच में कुल 163 डॉट बॉल्स फेंकी गई। बेशक इससे रनरेट पर Negative Impact पड़ा ही होगा।
NZ की economical गेंदबाज़ी!
लगभग हर कीवी गेंदबाज़ economical साबित हुआ। Michael Bracewell ने दमदार खेल दिखाया और 4 विकेट लिए। Will O’Rourke को 2, वहीं Matt Henry व Kyle Jamieson को 1-1 सफलता हाथ लगी।
शुरुआती झटकों के बाद रचिन ने संभाला!
237 के औसत टारगेट का पीछा करने उतरी New Zealand को पहला झटका 0 के स्कोर पर ही लग गया, जब Will Young बिना अपना खाता खोले पैवेलियन लौट गए। दिग्गज Kane Williamson भी 5 रन बनाकर चलते बने। एक समय पर स्कोर 15/2 था, मगर Rachin Ravindra (112) और Devon Conway (30) ने टीम को संभालते हुए 57 रनों की पार्टनरशिप की। विकेटकीपर Tom Latham ने 55 रनों की अच्छी पारी खेलकर टीम को जीत तक पहुंचाया। अंत में Glenn Phillips (21) और Michael Bracewell (11) ने विजय की औपचारिकता पूरी कर दी। Bracewell को उनके दोहरे प्रदर्शन के लिए Man of the Match चुना गया।
बांग्लादेश की गेंदबाज़ी!
बांग्लादेश औसत गेंदबाज़ी करता हुआ दिखाई दिया। Taskin Ahmed, Rishad Hossain, Mustafizur Rahman और Nahid Rana को 1-1 विकेट मिला।
आगे की तस्वीर साफ!
इस मैच के साथ Group-A की तस्वीर साफ हो चुकी हैं। भारत और New Zealand टॉप-4 में पहुंच गए हैं, वहीं मेज़बान पाकिस्तान और बांग्लादेश बाहर हो गए हैं। बात करे Group-B की, तो वहां Australia और South Africa प्रबल दावेदार दिखाई दे रहे हैं। यदि भारत पिछले अनुभवों को ध्यान में रखते हुए आगे बढ़ता हैं, तो निश्चित ही इस ट्रॉफी पर उसका कब्ज़ा होगा।