Indian Premier League (IPL) बस दो दिनों बाद शुरु होने वाला हैं। ये एक ऐसा platform हैं जहां नए खिलाड़ी अपने टैलेंट का प्रदर्शन कर क्रिकेट फैंस की वाहवाही बटोरते हैं और अक्सर कई लोगों के लिए भारतीय टीम के दरवाज़े भी खुल जाते है जहां वे टीम को जिताने में अहम रोल भी निभाते हैं। हालांकि हर खिलाड़ी की किस्मत इतनी अच्छी नहीं होती हैं। कई खिलाड़ी ऐसे भी रहे जो एक-दो seasons तो limelight भी छाए रहे लेकिन बाद में गुमनामी में खो गए। आइए कुछ ऐसे खिलाड़ियों पर नज़र डालते हैं।
S Badrinath
S Badrinath एक बहुत ही जाना पहचाना नाम हैं। उन्होंने प्रथम श्रेणी में 54 से ऊपर की औसत से 10 हज़ार से ज़्यादा रन बनाए हैं, जो उनकी काबिलियत को दर्शाता हैं। बद्रीनाथ का IPL करियर भी significant रहा जहां वो 2010 और 2011 में IPL जीतने वाली CSK का भी हिस्सा थे। लेकिन भारत की ओर से में खेलते हुए 9 मैचों में केवल 142 रन ही बना सके। जो उम्मीदें उनसे जताई जा रही थीं उनपर वो खरा नहीं उतर पाए।
Paul Valthaty
KXIP के Paul Valthaty IPL 2011 season के सबसे ज़्यादा रन बनाने वाले खिलाड़ियों में से एक थे जिन्हें आज भी उनकी CSK के खिलाफ 63 balls में 120 रनों की शानदार पारी के लिए जाना जाता हैं। उस season 463 रन बनाकर उन्होंने खुद को आने वाले वक्त में भारतीय टीम का एक मज़बूत दावेदार साबित किया था। लेकिन अगले season में वो कुछ खास नहीं कर पाए और धीरे धीरे वो भी IPL से गायब हो गए। वो आखिरी बार 2013 में नज़र आए थे। पिछले साल उन्हें US में एक क्रिकेट लीग में Seattle Thunderbolts का कोच नियुक्त किया गया।
Swapnil Asnodkar
IPL के पहले season में राजस्थान रॉयल्स ने खिताब जीतकर सबको चौंकाया था। यदि किसी टीम की जीतने की सबसे कम उम्मीद जताई जा रही थी तो वो राजस्थान ही थी। इस खिताबी जीत में Swapnil Asnodkar ने एक अहम रोल अदा किया था। उन्होंने पहले season में 311 रन बनाए थे। हालांकि अगले साल उनका performance कुछ खास नहीं रहा और धीरे-धीरे वे limelight से बाहर चले गए। बावजूद इसके उन्होंने लंबे वक्त तक घरेलू क्रिकेट खेला लेकिन भारतीय टीम की ओर से debut करने का मौका नहीं मिल पाया।
Kamran Khan
राजस्थान के ही एक ओर खिलाड़ी का यहां ज़िक्र होना चाहिए, वो हैं Kamran Khan। उन्हें 2009 में राजस्थान के कोचिंग डायरेक्टर डैरेन बैरी ने ढूंढ निकाला था। महान गेंदबाज़ Shane Warne भी उनसे बहुत प्रभावित थे और Kamran को लेकर उन्होंनेे भविष्यवाणी की थी कि वे आने वाले वक्त में भारत के लिए खेलेंगे। IPL इतिहास का पहला सुपर ओवर डालने वाले Kamran ही थे। हालांकि उनके संदिग्ध bowling action के कारण उनका करियर बहुत लंबा नहीं चल पाया। इस दौरान उन्होंने 9 IPL मैचों में 9 विकेट चटकाए।
Manpreet Gony
Manpreet Gony ने IPL 2008 में Mahendra Singh Dhoni के नेतृत्व में अच्छा प्रदर्शन किया था। उन्होंने अच्छा प्रदर्शन करते हुए 17 विकेट भी झटके। भारतीय टीम की ओर से 2 वनडे मैच भी खेले लेकिन कुछ खास प्रभाव नहीं छोड़ पाए। हालांकि उनका घरेलू और IPL करियर कुछ लंबा रहा लेकिन भारत के लिए फिर कभी नहीं खेल पाए।