आज़ादी मिले हमें 70 साल हो गए है लेकिन हमें जाती के ऊंच नीच के खेल से आज़ादी मिलना हमे शायद अभी भी बाकी हैं। हैदराबाद के एक हाउसिंग सोसाइटी में ऐसा ही एक ऊंच नीच का मामला देखने मिला हैं, जो इस बात को साबित करती हैं।
क्या है मामला
28 नवंबर को पूरे सोशल मीडिया में एक लिफ्ट में लगे सूचना की फोटो घूम रहीं हैं। उस सूचना में इंग्लिश में लिखा था कि, घर में काम करने वाली बाई, डिलीवरी बॉयस और कर्मचारियों को यात्री लिफ्ट का इस्तेमाल करना मना हैं। अगर उनमें से कोई भी लिफ्ट का इस्तेमाल करते हुए मिलता है तो उसे 1000 रुपए का जुर्माना लगेगा। शाहीना अत्तरवाला जो की उसी सोसाइटी में रहती हैं, उन्होंने X में इसकी इमेज साझा करते हुए इसकी बहुत निंदा की हैं।
इसके बाद सोसाइटी ने यह कहके इससे बचाव किया है कि, इमारत की स्वच्छता और सुरक्षा बनाए रखना जरूरी हैं। उनका कहना हैं कि, नौकरानियाँ और अन्य कर्मचारी अक्सर गंदे कपड़े पहने के लिफ्ट का इस्तेमाल करते हैं, जिससे इन्फेक्शन फैल सकता है।
इसके बाद बहुत से नेटीजन के बीच इसको लेके एक बहस सी छिड़ गई हैं। जहां पर कुछ लोग इस हरकत की निंदा करते हुए इसे भेदभाव करने का नाम दे रहे है। उनका कहना है कि सुविधाओं का इस्तेमाल करना सभी के लिए बराबर होना चाहिए। वहीं कुछ लोग सोसाइटी के द्वारा बनाए हुए इस नियम का साथ दे रहे हैं। उनका कहना है कि, इसमें कुछ गलत नहीं हैं। बहुत सी सोसाइटीज में ऐसे नियम पालन होते है। यह स्वच्छता संबंधित नियम के अंतर्गत आते हैं। उनका कहना है कि, सोसाइटी में रहने वाले अगर कर्मचारी द्वारा छूई हुई लिफ्ट का इस्तेमाल करेंगे तो वो बीमार हो सकते हैं।
चौंकाने की बात यह है कि, लोगों को इन नौकरानियाँ और कर्मचारियों द्वारा अपने घर के काम करवाने में, उनके हाथों से खाना लेके खाने में कोई दिक्कत नहीं होती हैं। पर लिफ्ट का इस्तेमाल करते समय ही उन्हे स्वच्छता की चिंता याद आती हैं।