भोपाल। बंगलुरू में कल बने ‘इंडिया’ की झलक मध्यप्रदेश चुनाव में भी दिखने वाली है। आसार हैं कि अब विधानसभा चुनाव में भी आम आदमी पार्टी, कांग्रेस और सपा एक होकर चुनाव लड़ लें। लोकसभा चुनाव के लिए कल जो 26 दल एक हुए हैं, उसमें राहुल गांधी, अरविंद केजरीवाल और अखिलेश यादव में नजदीकियां दिखी हैं। अलग-थलग पड़ी बसपा को भी जोडऩे की कोशिश है। नीतीश कुमार के जरिये मायावती से बात की जा रही है। दो चुनाव पहले तक म.प्र. में कांग्रेस-भाजपा के अलावा किसी का असर नहीं था, लेकिन 2013 और 2018 में सपा ने ताकत दिखाई है। नगर निगम चुनाव में आम आदमी पार्टी ने भी एक सीट जीत कर अपने होने का ऐलान किया था। सिंगरौली और आसपास के इलाकों में भी उनका असर है। सपा ने वोट-शेयर के मामले में बीते दो चुनाव से दम दिखाया है। उनका अलग होना कांग्रेस को ज्यादा परेशान करता है। कांग्रेस के ही वोट कटते हैं।
राहुल ने दिया, ममता ने आगे बढ़ाया ‘इंडिया’
बंगलुरू। विपक्ष की टोली का नाम ‘इंडिया’ रखा गया है। इसका आइडिया राहुल गांधी को आया था, लेकिन खुद आगे नहीं बढ़ाया। ममता बनर्जी की हामी मांगी और जब उन्हें भी नाम पसंद आ गया, तो तय हुआ कि हम ‘इंडिया’ नाम के तले चुनाव लड़ेंगे। ‘इंडियन एक्सप्रेस’ की खबर यह भी कह रही है कि नीतीश कुमार इस नाम के पक्ष में नहीं थे, लेकिन शरद पवार और ममता बनर्जी के समझाने पर मान गए। इस नई टोली में जले-भुनों को मनाने का काम ममता-शरद की जोड़ी ही कर रही है। 26 में से कई दल ऐसे हैं, जिन्हें कांग्रेस खटकती है। कुछ ऐसे हैं, जिन्हें ममता पसंद नहीं हैं। इन सबके बीच तालमेल की कोशिश चल रही है।