इंदौर: दिल्ली की तरह ही अब इंदौर में भी आनलाइन ठगी करने वाली गैंग सक्रिय हो गई है। गैंग के लोग यहां से देशभर में लोगों को झांसा देकर उनके साथ ठगी कर रहे हैं। शेयर कारोबार में निवेश पर दो से तीन गुना मुनाफा देने का बोलकर धोखाधड़ी करने वाली एक एडवाइजरी कंपनी पर क्राइम ब्रांच और महाराष्ट्र पुलिस ने दबिश दी है। टीम ने एक पूरा कॉल सेंटर पकड़ा है जो इंदौर के पलासिया इलाके में एक महिला द्वारा संचालित किया जा रहा था। महाराष्ट्र के सांगली में एक व्यक्ति ने उक्त कंपनी की शिकायत कर 20 लाख की धोखाधड़ी की रिपोर्ट की थी। उसी के बाद ये कार्रवाई हुई है।
DCP क्राइम ब्रांच निमिष अग्रवाल का बयान
DCP क्राइम ब्रांच निमिष अग्रवाल ने बताया कि, “सांगली के वीरेंद्र पाटिल ने पलासिया इलाके में संचालित दीक्षा होस्टिंग सॉल्यूशन कंपनी की शिकायत दर्ज करवाई थी। कंपनी की संचालिका ने शेयर कारोबार में निवेश का झांसा देकर 20 लाख रुपए का निवेश करवा लिया था। इस निवेश के लिए उसने 15 लाख का लोन भी लिया था। जब कंपनी से उसे मुनाफे की कोई राशि नहीं लौटाई गई तो उसने पुलिस में शिकायत की।”
इस पर कंपनी की संचालिका व कॉल सेंटर कर्मचारी निवेश किए गए रुपए लौटाने के लिए और रुपयों की डिमांड कर रहे थे। इस पर सांगली पुलिस ने उक्त कंपनी की जानकारी इंदौर भेजी। क्राइम ब्रांच ने महाराष्ट्र पुलिस के साथ सोमवार को पलासिया में दबिश देकर एडवाइजरी फर्म पर छापा मारा और यहां काम कर रही महिला सहित 10 लोगों को पकड़ा है।
रुपये जमा होने पर बंद कर लेते थे फोन
आरोपितों ने पूछताछ में बताया कि पिछले एक वर्ष से यह कॉल सेंटर संचालित करते हुए लोगों के साथ धोखाधड़ी कर रहे हैं। कॉल सेंटर में काम करने वाले सदस्य देश के अलग-अलग राज्यों में फोन लगाकर रुपये दोगुना करने के लालच में एडवाइजरी फर्म की आड़ में लोगों से रुपये लगवाते थे। जब खाते में रुपये आ जाते थे, तो फोन बंद कर लेते थे। गिरफ्तार आरोपितों को सांगली पुलिस को सौंप दिया है। आरोपितों से पूछताछ में अन्य ठगी के मामले में सामने आ सकते हैं।
लोन लेकर जमा किए थे रुपये
अधिकारियों के मुताबिक, 10 दिन पहले हमारे पास एक शिकायत आई थी। इसमें रुपये दोगुना करने और मनी कंट्रोल के नाम पर एक फर्म ने रुपये जमा करवा लिए थे। इसके बाद सांगली पुलिस के साथ मिलकर पलासिया स्थित फर्म पर छापा मारा। फरियादी ने यह रकम लोन लेकर जमा की थी। इसके बाद लोन की किस्त भरना भी मुश्किल हो गया।