बीते हफ्ते मध्य प्रदेश के जिला मंडला के ग्राम भैंसवाही में पुलिस ने छापेमारी की थी, जिसमें 11 घरों से जीवित गाय और भारी मात्रा में गोमांस, गाय की हड्डियां, चर्बी सहित अन्य अंग मिले थे। इस मामले में पुलिस ने आरोपी वाहिद कुरैशी को गिरफ्तार किया था। उसके अलावा 11 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर उनके अवैध निर्माण को बुलडोजर से ढहा दिया गया था।
मंडला के एसपी रजत सकलेचा ने बताया कि यह कार्रवाई गुप्त सूचना मिलने के बाद की गई। सूचना मिली थी कि नैनपुर के भैसवाही इलाके में काटने के लिए बड़ी संख्या में गायों को लाया गया है। हमने कार्यवाई मे जीवित गाय सहित भारी मात्रा में गोमांस ज़ब्त किया। सरकारी पशु चिकित्सक ने पुष्टि की है कि जब्त मांस गोमांस ही है।
असदुद्दीन ओवैसी ने कार्यवाई पर दी कड़ी प्रतिक्रिया
इस मामले मे प्रतिक्रिया देते हुए ओवैसी ने कहा कि, जो काम पहले भीड़ करती थी वो काम अब सरकार कर रही है। मध्य प्रदेश सरकार ने कुछ मुसलमानों पर इल्ज़ाम लगाया कि उनके फ्रिज में बीफ था और 11 घरों पर बुलडोज़र चला दिया। ना-इंसाफ़ी का सिलसिला थमता नहीं। चुनाव के नतीजों से पहले और बाद भी, घर मुसलमानों के ही तोड़े जाते हैं, क़त्ल मुसलमानों के ही होते हैं। जिन्हें झोली भर-भर के मुसलमानों का वोट मिलता है, वो क्यों चुप हैं?
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री ने दिया करारा जवाब!
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने पलटवार करते हुए कहा है कि यह औवेसी की दृष्टि हो सकती है। जिसमें वे दो वर्गों की बात करते हैं। बड़े दुर्भाग्य के साथ कहना पड़ रहा है कि वे जिस वर्ग को बिलांग करते हैं, वे उस वर्ग को भी लज्जित करते हैं। भारत में संविधान से सरकारें चलती हैं। हमारी सरकार अपराध पर कार्रवाई करना लगातार जारी रखेगी। कानून के अंतर्गत सबको चलना होगा। हम काम्प्रोमाइज नहीं करने वाले हैं। गुंडा तत्वों के खिलाफ सरकार का निर्णय कठोरता से पेश करेंगे। आम जनता पर किसी प्रकार का कोई कष्ट हम बर्दाश्त नहीं करेंगे। मेरी तरफ से औवेसी को यह बात पहुंचा दीजिए कि वे मध्यप्रदेश को हैदराबाद नहीं समझे। मप्र में भाजपा की सरकार है, जो शरारती गुंडई सब प्रकार के तत्वों से निपटने में सक्षम है।