मुंबई। महाराष्ट्र और गुजरात में मूसलधार बारिश ने तबाही का मंजर खड़ा कर दिया है। दक्षिण गुजरात के नवसारी में नदी सडक़ों पर आकर बहने लगी है। मुंब्रा में पहाड़ धंसने से मकान दब गए हैं। पटरियों पर पानी भर गया है। रफ्तार पर ब्रेक लग गया है। ठाणे में भी सडक़ें डूब गई हैं।
दक्षिण गुजरात के नवसारी में बाढ़ से बुरे हालात हैं। पूर्णा नदी की बाढ़ सडक़ों तक आ गई है। लोग जान बचा कर सुरक्षित जगह पहुंच गए हैं, लेकिन गाय-भैंस सहित सैकड़ों पशु बह गए हैं या मौत के शिकार हुए हैं। मुंबई के मुंब्रा में पहाड़ी का बड़ा हिस्सा धंस गया, जिसमें चार मकान दब गए हैं। राहत-बचाव टीम भेजी गई है। मुंबई के उप नगर कल्याण और बोरिवली में दूरदराज से आने वाली ट्रेनें पानी में चल रही हैं। पटरियों पर डेढ़ फुट पानी भरा है। ट्रेनों की रफ्तार पर ब्रेक लग गया है। सातारा में अस्पताल में पानी घुस गया। कोल्हापुर में कलेक्टोरेट और अस्पताल में पानी भर गया है। पालघर में पुल-पुलियाओं पर पानी है। गांवों का मुंबई शहर से संपर्क कट गया है। हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, तेलंगाना में भी बारिश ने तबाही मचा दी है।
बाढ़ में बह कर पाकिस्तान पहुंच गया
पंजाब का गूंगा-बहरा व्यक्ति सतलज नदी की बाढ़ में बह गया। वह बहता-बहता पाकिस्तान की सीमा में पहुंच गया। उसे निकाला गया, तो पता चला कि वह हिंदू है। उसके बदन पर बने टैटू से पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ने पहचाना और भारत को सौंप दिया। पाकिस्तान की रेस्क्यू टीम के प्रवक्ता ने बताया कि भारतीय नागरिक नाबीना है। सांकेतिक भाषा ही समझता है। वह कसूर जिले के गंडा सिंह वाला के पास पंजाब से बह कर 79 किलोमीटर दूर लाहौर तक पहुंच गया। पंजाब की चिनाब नदी में भी बाढ़ से चालीस गांव डूब गए हैं। 48 हजार लोगों को सुरक्षित जगह भेजा गया है।
बोट पलटी, 28 में से 8 मछुआरे बचाए गए
साउथ चौबीस परगना जिले में समुद्र में मछुआरों से भरी बोट पलट गई। 28 मछुआरे थे। राहत-बचाव दल ने अब तक आठ को जीवित निकाल लिया। बाकी की तलाश जारी है। बंगाल की खाड़ी में तीन-तीन मीटर ऊंची लहरें उठ रही हैं। इसके बावजूद मछुआरे समुद्र में जाने से बाच नहीं आ रहे हैं। ऐसी ही एक बोट को लेकर मछुआरे समुद्र में गए, जहां लहरों के थपेड़ों ने बोट का पलट दिया। कोस्टगार्ड और दूसरे बचाव दलों ने मौके पर पहुंच कर मछुआरों को बचाने का ऑपरेशन शुरू कर दिया है।