‘तुझसे नाराज नहीं जिंदगी’ गाना गाने वाले सिंगर अनूप घोषाल का कोलकाता में निधन हो गया है। वो 77 साल के थे। बताया गया कि शुक्रवार, 15 दिसम्बर को करीब 1:40pm पर उन्होंने अंतिम सांस ली। बढ़ती उम्र संबंधी बीमारियों के चलते अनूप पिछले कई दिनों से कोलकाता के निजी अस्पताल में भर्ती थे। मल्टी ऑर्गन फेल होने की वजह से उन्हें दिल का दौरा पड़ा, जिससे उनकी मौत हुई।
गायन में राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार भी जीत चुके
अनूप घोषाल का जन्म एक म्यूजिकल फैमिली में हुआ था। उनकी मां लावण्या घोषाल की भी आवाज सुरीली थी और अनूप घोषाल को उन्हीं से म्यूजिक में आगे बढ़ने की प्रेरणा मिली। 4 साल की उम्र से अनूप घोषाल ने गायन की ट्रेनिंग लेनी शुरू कर दी थी और कोलकाता के ऑल इंडिया रेडियो के शिशु महल नाम के बाल कार्यक्रम में उन्होंने इसी उम्र में अपनी पहली परफॉर्मेंस भी दी।जब वो 19 साल के थे, तब सत्यजीत रे की नजर उन पर पड़ी। उन्होंने 1967 में आई फिल्म ‘गूपी गेन बाघा बेन’ में गाने गाए। इस फिल्म का निर्देशन सत्यजीत रे ने किया था। अनूप घोषाल गायन में राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार भी जीत चुके हैं। उन्होंने बंगाली, हिंदी, भोजपुरी और असमिया भाषाओं में गाने गाए। अनूप घोषाल ने देवब्रत बिस्वास से रवींद्र संगीत सीखा।उनकी शिक्षा की बात करें तो उन्होंने आशुतोष कॉलेज से ग्रेजुएशन किया। इसके बाद रवींद्र भारती विश्वविद्यालय से एमए और पीएचडी की डिग्री ली।
राजनीति में भी एक्टिव रहे सिंगर
इतना ही नहीं बल्कि अनूप घोषाल का नाम राजनीति के क्षेत्र में भी काफी मशहूर रहा। उन्होंने साल 2011 में तृणमूल कांग्रेस की तरफ से पश्चिम बंगाल की उत्तरपाड़ा सीट से विधानसभा चुनाव लड़ा और जीत हासिल की। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने लिखा-बंगाली, हिंदी और अन्य भाषाओं में गाना गाने वाले अनूप घोषाल के निधन से संगीत इंडस्ट्री को बहुत दुख है। उनके परिवार और करीबियों के प्रति मेरी संवेदना है।