नेशनल एलिजिबिलिटी कम एंट्रेंस एग्जाम (NEET UG 2024) 5 मई को आयोजित किया गया था। जिसके 2024 के परिणाम में एक नया रिकॉर्ड बन गया है। इस बार 67 कैंडिडे्टस 720 में से 720 अंक लेकर आए हैं। इतनी बड़ी संख्या में ऐसा पहली बार हुआ है। साल 2022 में परफेक्ट स्कोर नहीं बना था। बीते चार सालों में महज 7 कैंडिडेट अब तक परफेक्ट स्कोर बना पाए हैं। जबकि इस बार यह संख्या काफी ज्यादा बढ़ गई है।
इस परीक्षा में 23 लाख से ज्यादा अभ्यर्थी शामिल हुए थे। जिसमें 10 लाख छात्र और 13 लाख छात्राएं शामिल हुई थी। एजुकेशन एक्सपर्ट देव शर्मा ने बताया कि, राज्यवार नीट यूजी प्रवेश परीक्षा के सफलता पैटर्न में कोई परिवर्तन नहीं आया है। इस साल भी पिछले साल की तरह ही पैटर्न रखा गया था।
इस साल भी नीट की परीक्षा में उत्तर प्रदेश पहले स्थान पर, दूसरे स्थान पर महाराष्ट्र और राजस्थान राज्य तीसरे स्थान पर है। उत्तर प्रदेश से 1.65 लाख विद्यार्थियों ने, महाराष्ट्र से 1.42 लाख विद्यार्थियों ने और राजस्थान से 1.21 लाख विद्यार्थियों ने नीट परीक्षा क्वालीफाई की है। इसमें 720 में से 720 परफेक्ट स्कोर हासिल करने वाले विद्यार्थियों की संख्या के हिसाब से राजस्थान देश में नंबर वन है। राजस्थान से प्राचिता, ईशा कोठारी, ईरम काजी, जाह्नवी, सौरव, आदर्श सिंह, शशांक, श्याम, ध्रुव गर्ग, देवेश जोशी तथा समित कुमार ने परफेक्ट स्कोर प्राप्त किया हैं
कोटा में नीट यूजी 2020 में परफेक्ट स्कोर 720 में से 720 अंक लाने का रिकॉर्ड बना था। कोटा से कोचिंग कर रहे उड़ीसा के शोएब आफताब और दिल्ली की आकांक्षा सिंह ने यह रिकॉर्ड बनाया था। यह नीट यूजी परीक्षा के इतिहास में पहली बार हुआ था कि कोई कैंडिडेट पूरे में से पूरे अंक लाया हो। दो कैंडिडेट के समान अंक लाने पर टाई ब्रेकिंग क्राइटेरिया लागू किया गया था। जिसमें शोयब आफताब की उम्र ज्यादा होने के चलते ऑल इंडिया रैंक वन मिली थी।
मुंबई के जोगेश्वरी में स्थित मदनी हाई स्कूल की स्टूडेंट अमीना आरिफ कादीवाला ने भी 720 अंकों के साथ नीट यूजी परीक्षा में टॉप किया है। अमीना ने एसएससी की परीक्षा उर्दू मीडियम स्कूल से पास की थी। इसके बाद उन्होंने एक्सीलेंट मास्टर अकेडमी में एडमिशन लिया था। वह एम्स, दिल्ली से एमबीबीएस करना चाहती हैं।