22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद पूरा देश इस वक्त आक्रोशित हैं। देश के सभी कोनों और हर क्षेत्र से गुस्सा देखने को मिल रहा हैं। चाहे आम जनता हो, Film Industry या फिर खेल जगत हर तरफ नाराज़गी देखने को मिल रही हैं। सोशल मीडिया पर भी लोगों का गुस्सा साफ देखने को मिल रहा हैं। दूसरे देशों से भी condolences आ चुकी हैं। इसके अलावा protests भी देखने को मिल रहे हैं। अब भारत की ओर से भी diplomatic actions लिए जाना शुरू हो चुके हैं। आइए विस्तार से एक नज़र डालते हैं उन सभी कदमों पर।
Indus Water Treaty को किया गया suspend
इस कड़ी में सबसे बड़ा और अहम कदम हैं “Indus Water Treaty” को suspend करना। 6 नदियों का पानी बांटने को लेकर भारत और पाकिस्तान के बीच ये Treaty 19 सितंबर 1960 को हुई थी। इसके तहत भारत को ब्यास, सतलुज और रावी का पानी मिला, जबकि पाकिस्तान को झेलम, चिनाब और सिंधु का पानी मिला। इस Treaty का मकसद था कि दोनों देशों में पानी को लेकर कोई विवाद न हो और कृषि पर असर न पड़े। ये Treaty पाकिस्तान के डर का परिणाम थी कि नदियों का बेसिन भारत में होने के कारण कहीं युद्ध आदि की स्थिति में उसे सूखे और अकाल आदि का सामना न करना पड़े। भारत ने तीन युद्ध पाकिस्तान से लड़ने के बाद भी पानी का बंटवारा नहीं रोका। वहीं, पाकिस्तान भारत में सीधे या परोक्ष रूप से आतंकवादी हमलों के लिए जिम्मेदार रहा है। पाकिस्तान की 80% खेती तीनों नदियों के पानी पर निर्भर है। भारत के नदियों का पानी रोकने के बाद पाकिस्तान में पानी की कमी हो सकती है, जिससे वहां की कृषि पर असर पड़ेगा। पाकिस्तान के कई dams और hydro projects भी इन नदियों से बिजली बनाते हैं, इसलिए पानी की कमी से बिजली उत्पादन घट सकता है, जिसका असर वहां की economy और industries पर पड़ेगा।
अटारी-वाघा बॉर्डर checkpost बंद
अटारी-वाघा बॉर्डर checkpost को भी पूरी तरह से बंद करने का फैसला किया गया हैं। जो legal documents के साथ पाकिस्तान से भारत आए थे, उनके पास भी सिर्फ 1 मई तक का ही वक्त हैं। इसके बाद ये चेकपोस्ट पूरी तरह से बंद हो जाएगा। भारत और पाकिस्तान के बीच वैसे भी व्यापार बहुत सीमित हैं, लेकिन इस फैसले के बाद जो छोटे व्यापार चल रहे थे वो भी बंद हो जाएंगे। भारत की तरफ से टमाटर, लाल मिर्च, सोयाबीन जैसे सामान भेजे जाते हैं। वहीं, पाकिस्तान से भारत में सूखे मेवे, cement, कांच, सेंधा नमक, खजूर आदि सामान आता हैं। इसके बंद होने से इनके व्यापार पर असर पड़ेगा, खासकर उन छोटे व्यापारियों और कंपनियों पर जो इसपर काफी निर्भर हैं।
Diplomatic संबंधों में कटौती
भारत ने पाकिस्तानी Embassy में मौजूद Diplomats और Military Advisors को निकाल दिया और अपने सभी Advisors को वापस बुला लिया। इसके साथ ही SAARC visa रखने वाले पाकिस्तानी नागरिकों को 48 घंटे में भारत छोड़ने का आदेश दिया गया है।
Embassy स्टाफ की संख्या घटाई गई
भारत ने नई दिल्ली में मौजूद पाकिस्तानी Embassy के स्टाफ की संख्या 55 से घटाकर 30 कर दी है। इसी तरह पाकिस्तान में भी भारत के 30 ही representatives रहेंगे। बाकी लोगों को वापस बुला लिया जाएगा।
निष्कर्ष
भारत ने जो diplomatic actions लिए हैं, वे प्रभावी और पाकिस्तान को कड़ा संदेश दे रहे हैं। हालांकि, इस समय देशवासियों का गुस्सा साफ़ तौर पर दिखाई दे रहा हैं और वे एक स्थाई समाधान चाहते हैं, ताकि आतंकवाद का खतरा पूरी तरह से खत्म हो सके।