राजस्थान के प्रतापगढ़ जिले से पूरे देश को शर्मशार करने का एक मामला सामने आया है। घटना जिले के निचलकोटा गांव की है जहां एक आदिवासी महिला को निर्वस्त्र कर गांव में घुमाने के आरोप में 8 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। महिला के पति पर भी कृत्य मे शामिल होने के आरोप लगे है। घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल है जो खुद मे एक बड़ा अशोभनीय कृत्य है। अधिकारियों ने बताया कि पीड़िता और आरोपी दोनों आदिवासी समुदाय से हैं और पीड़िता के पूर्व ससुर, पति और उनके परिवार के सदस्य इस मामले में आरोपी हैं।
सजाओं के मापदंड बदलने की सख्त जरूरत।
इस घिनौने बर्ताव के बाद आरोपियों के खिलाफ फास्ट ट्रैक कोर्ट में मुकदमा चलाया जाएगा। रही बात कानून व्यवस्था की तो आज अपराधियों के हौंसले इतने बुलंद हैं कि वे खुलेआम अपराध का वीडियो भी बना रहे हैं और फैला भी रहें है। अब समय हो चुका है जब हमारी कानून व्यवस्था को सजाओं के मापदंड बदलने की सख्त जरूरत है।
दुर्व्यवहार का वीडियो देखकर रूह कांप जाती है, उन आरोपियों का कृत्य तो क्षमा करने लायक है ही नहीं लेकिन हमारा आपसे भी एक सवाल है कि उनका क्या जो बिना सोचे समझे ऐसे वीडियों को धड़ल्ले से फैलाते हैं। लोग ये सोच रहे होते है कि ऐसा करने से वे जानकारी फैला रहे हैं। बिना ये सोचे समझे की उस पीड़िता की मानसिक पीड़ा कम करने की बजाये। पीड़िता की समस्या बढ़ाने मे ज्यादा योगदान देते हैं। हमारी आप सभी से गुजारिश है कि कृपया समझ बुझ के साथ ऐसी वीडियो को शेयर करें।
ये था पूरा मामला।
पीड़िता की एक साल पहले शादी हुई थी। आरोप है कि वह गांव में ही दूसरे व्यक्ति के साथ रहने लगी थी। मुख्य आरोपी पीड़िता का पति ही है, जिसका नाम कान्हा नेतियां है। दरअसल, कान्हा अपनी पत्नी से इसलिए नाराज था कि वह किसी दूसरे आदमी के साथ रहती थी। यह बात उसे नागवार गुजरी और उसने अपनी पत्नी को जबरन उठवाया लिया। इसके बाद उसे घर लाकर आया और नग्न अवस्था में खड़ा कर शर्मसार कर दिया।