राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने आज भारतीय नौसेना के प्रोजेक्ट 17 अल्फा फ्रिगेट्स के छठे जहाज ‘विंध्यगिरि’ का शुभारंभ किया। नई विंध्यगिरि का अनावरण कोलकाता में गार्डन रीच शिपबिल्डर्स एंड इंजीनियर्स लिमिटेड में किया गया। हिंद महासागर में चीन की बढ़ती चुनौती के बीच इंडियन नेवी के लिए बन रहे स्टील्थ फ्रीगेट विध्यांगिरी को राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू ने गुरुवार को कोलकाता में हुबली नदी में लॉन्च किया। यह प्रोजेक्ट 17A के तहत बन रहा छठा फ्रीगेट है। इस प्रोजेक्ट के तहत कुछ सात फ्रिगेट बनने हैं। जिनमे से 75 पर्सेंट उपकरण स्वदेशी कंपनियों से लिए गए हैं। इसका डिजाइन नेवी वॉरशिप डिजाइन ब्यूरो ने बनाया है और इसे कोलकाता स्थित गार्डन रीच शिप बिल्डर एंड इंजीनियर्स लिमिटेड ने बनाया है।
इस प्रोजेक्ट के सभी फ़्रिगेट के नाम भारत के पर्वत श्रृंखलाओं पर रखे गए है
नीलगिरी , हिमगिरी , तारागिरी, उदयगिरी, दूनागिरी और विंध्यागिरी। प्रोजेक्ट 17A का सांतवा और आखिरी वॉर शिप महेंद्रगिरि मुंबई में अगले महीने समुद्र में लॉन्च होने की उम्मीद है। पानी में लॉन्च के बाद अब फ्रीगेट में उपकरण और हथियारों को इस्टॉल किया जाएगा। जिसके बाद इसका समुद्री ट्रायल शुरू होगा। सारे ट्रायल पूरे होने के बाद ये नेवी का हिस्सा बनेंगे।
यह एंटी एयर वॉरफेयर के लिए एयर डिफेंस गन , एंटी सर्फेस वॉरफेयर के लिए ब्रह्मोस एंटी शिप मिसाइल, एंटी सबमरीन वॉरफेयर के लिए वरुणास्त्र और एंटी सबमरीन रॉकेट लॉंचर से लेस होगा। इस फ़्रिगेट में 2 हेलिकॉप्टर भी आसानी से लैंड कर सकते है और उन्हें रखने के लिए हैंगर भी मौजूद होंगे। ये फ़्रिगेट रडार , सोनार से लेस होगा। यह नया विंध्यागिरी फ्रीगेट इसी नाम के एक एंटी सबमरीन वॉरफेयर फ्रीगेट का पुनर्जन्म है जो नेवी में 1981 में शामिल हुआ था और 2012 में रिटायर हो गया। प्रोजेक्ट 17A प्रोजेक्ट , प्रोजेक्ट-17 क्लास (शिवालिक क्लास) फ्रीगेट का फ़ॉलोऑन है । 17A के तहत 7 नीलगिरी क्लास फ्रीगेट नेवी के लिए बनाए जाने है। ये सभी अपनी निर्माण की अलग अलग स्टेज में हैं। प्रोजेक्ट 17A में प्रोजेक्ट-17 के मुकाबले ज्यादा ऐसे फीचर हैं जो दुश्मन को चकमा दे सकते हैं। इसमें अडवांस्ड वेपन सिस्टम होंगे और नए और आधुनिक सेंसर के साथ ही नया प्लेटफॉर्म मैनेजमेंट सिस्टम होगा।