वानखेड़े स्टेडियम में मुंबई इंडियंस ने चेन्नई सुपर किंग्स को 9 विकेट से हराकर न सिर्फ दो points हासिल किए, बल्कि घरेलू fans का दिल भी जीत लिया। मैच में fans को तेज़तर्रार बल्लेबाज़ी, उभरती प्रतिभाओं की चमक और अनुभवी खिलाड़ियों का अनुभव, सब कुछ देखने को मिला।
Debutant आयुष छाए, जड़ेजा-दुबे की अहम साझेदारी
मुंबई इंडियंस ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाज़ी का फैसला किया। चेन्नई सुपर किंग्स की शुरुआत उम्मीद के मुताबिक़ नहीं रही और ओपनर रचिन रवींद्र सिर्फ़ 5 रन बनाकर pavilion लौट गए। शुरुआती झटके के बाद शेख रशीद (19) और debut कर रहे 17 वर्षीय आयुष म्हात्रे (32) ने पारी को संभालते हुए 41 रनों की अहम साझेदारी की। अपने पहले ही मैच में आयुष ने confidence के साथ खेलते हुए 4 चौके और 2 छक्कों की मदद से तेज़ 32 रन बनाए, जिससे रनगति तेज़ हुई। हालांकि दोनों बल्लेबाज़ों के आउट होने के बाद चेन्नई की रफ़्तार फिर थोड़ी धीमी पड़ गई थी। इस मुश्किल वक्त में रविंद्र जडेजा (53*) और शिवम दुबे (50) ने संयम से खेलते हुए 79 रन की अहम साझेदारी की और टीम की स्थिति को थोड़ा मज़बूत किया। Fans को अंत में एम.एस. धोनी से एक दमदार finishing पारी की उम्मीद थी, लेकिन वो लय में नहीं दिखे और 6 गेंदों में 4 रन बनाकर आउट हो गए। चेन्नई ने 20 overs में 5 विकेट के नुकसान पर 176 रन बनाए।
बुमराह फिर बने मुंबई के भरोसेमंद हथियार
मुंबई की ओर से भरोसेमंद जसप्रीत बुमराह ने किफायती गेंदबाज़ी की और 2 विकेट झटके। Mitchell Santner ने भी कसी हुई गेंदबाज़ी कर एक विकेट अपने नाम किया। दीपक चाहर और अश्वनी कुमार को भी एक-एक सफलता मिली।
रोहित और सूर्यकुमार की क्लासिक बल्लेबाज़ी
177 के एक चुनौतीपूर्ण लक्ष्य का पीछा करने उतरी मुंबई की शुरुआत अच्छी रही। कप्तान रोहित शर्मा (76) और Ryan Rickelton (24) ने पहले विकेट के लिए 63 रन जोड़े। कुछ वक्त से खामोश चल रहे रोहित कल अपने पुरानी लय में दिखाई दिए और शुरू से ही आक्रामक बल्लेबाज़ी की। उन्हें सूर्यकुमार यादव (68) का भी भरपूर साथ मिला। दोनों ने दूसरे विकेट के लिए 114* रनों की मैच विनिंग साझेदारी की। इन दोनों ने 9 विकेट और 26 गेंद शेष रहते मुंबई को जीत दिलाई। रोहित शर्मा “Man of the Match” चुने गए।
निष्कर्ष
मुंबई इंडियंस धीरे-धीरे लय में लौटती दिख रही है, जो उनके fans के लिए एक अच्छा संकेत है। Playoffs की दौड़ में अभी भी थोड़ा वक्त है और अगर टीम इसी तरह लगातार जीत दर्ज करती रही तो वो ज़रूर मज़बूती से अपनी दावेदारी पेश करेगी। वहीं चेन्नई सुपर किंग्स के लिए कप्तान बदलने का फैसला अब तक कोई बड़ा फर्क नहीं ला सका है। टीम को अगर टूर्नामेंट में बने रहना है, तो उन्हें अब से हर मैच जीतने की कोशिश करनी होगी। हालांकि चेन्नई के लिए एक अच्छी खबर ये ज़रूर हैं कि आयुष म्हात्रे के रूप में उन्हें एक उभरता हुआ सितारा मिला हैं, जिसने अपनी बल्लेबाज़ी से सबका ध्यान अपनी ओर खींचा हैं।