पत्नी का कैंसर ठीक होने की वजह हल्दी और नीम को बता कर नवजोतसिंह सिद्धू फंस गए हैं। टाटा मेमोरियल अस्पताल और 262 डॉक्टरों ने उनके खिलाफ मोर्चा खोला है। माफी मांगने की बात भी कर रहे हैं। अस्पताल ने एक पत्र जारी किया है, जिसमें ढाई सौ ज्यादा डॉक्टरों ने दस्तखत किए हैं। कहा है कि टीवी पर बैठ कर इस तरह के बयान नहीं देना चाहिए। लोग गुमराह होते हैं।
शोध चल रहा है
हल्दी, नीम और दूसरी कुदरती चीजें सेहत के लिए अच्छी होती हैं। बेशक इनसे कैंसर या किसी और गंभीर बीमारी में फायदा भी हो सकता है, लेकिन यह नहीं कहा जा सकता है कि इसे खाने के बाद ही कैंसर ठीक हो गया। इस मामले में शोध चल रहा है, कोई सबूत नहीं है। लोगों से गुजारिश की गई है कि वो सेहत का ध्यान रखें।
लोगों को सलाह
किसी मुगालते में रह कर खुद का इलाज शुरू नहीं कर दें। जांच करवाएं और डॉक्टर की सलाह लें। टाटा मेमोरियल अस्पताल के डायरेक्टर सीएस प्रमेश ने कहा है कि ऐसी बातों पर विश्वास करके मूर्ख न बनें। सिद्धू की पत्नी की कीमोथैरेपी और सर्जरी हुई है। इसी के बाद वो ठीक हो सकीं। विदेशी डॉक्टर एबी फिलिप्स ने वीडियो पोस्ट करके इसके खिलाफ आवाज उठाई है। एक्स पर कहा जा रहा है कि सिद्धू भावुक आदमी है और भावना में बह गए। उनकी बात को ज्यादा गंभीरता से नहीं लिया जाए। आईएमए के डायरेक्टर अभिषेक शंकर ने कहा कि सिद्धू को तो लोगों को सलाह देना चाहिए कि डॉक्टर की सलाह लें और घबराएं नहीं। सही इलाज जरूरी है। बेशक कैंसर को हराया जा सकता है।