प्रकृति और इंसानों के बीच एक बार फिर से रिश्ता बनाने के लिए सिक्किम में एक अनोखे पहल की शुरुआत की गई है। सिक्किम एक कार्बन न्यूट्रल राज्य होने का दावा करता है और कार्बन नेगेटिव बनने की राह पर चल रहा है। राज्य सरकार ने राज्य को ‘ग्रीन कवर’ बढ़ाने और कार्बन डायऑक्साइड उत्सर्जन कम करने के लिए हर बच्चे के जन्म पर 100 पेड़ लगाने की योजना की शुरुआत की है।
सिक्किम फ़ॉरेस्ट मिन्सिटर, कर्मा लोदे भूतिया ने बताया कि सिक्किम को ग्रीन स्टेट बनाने पर काम किया जा रहा है। मंत्री ने कहा, ‘पीएम मोदी ने 2070 तक का नेट ज़ीरो का टारगेट रखा है लेकिन सिक्किम एक कार्बन न्यूट्रल राज्य है और अब हम कार्बन नेगेटिव बनने की कोशिश कर रहे हैं’।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक 2022 के शुरुआत में ही ये योजना सिक्किम में शुरू कर दी गई थी। ‘मेरो रुख मेरो संतति’ प्रोग्राम यानि मेरे पेड़ मेरे बच्चे प्रोग्राम के तहत स्थानीय समुदायों और प्रकृति के बीच के रिश्ते को और मज़बूत करने की कोशिश की जाएगी।
इस योजना में राज्य सरकार की कोशिश है कि बच्चे और पौधे दोनों ही इकोसिस्टम में अच्छे से पले-बढ़े। इस प्रोग्राम के तहत सिक्कम में प्रत्येक बच्चे के पैदा होने पर 100 वृक्ष लगाए जाएंगे। आशा वर्कर्स, आंगवाड़ी वर्कर्स, ग्राम पंचायत, डिपार्टमेंट स्टाफ़ आदि माता-पिता को इस योजना से जुड़ने के लिए प्रेरित कर रहे हैं।
इस योजना में निजी ज़मीन पर, कम्युनिटी ज़मीन पर, जंगलों में पेड़ लगाए जा सकते हैं। इससे माता-पिता को भी उनकी देखभाल करने में सहायता होगी। न्यू पैरेंट्स से जुड़ने के लिए वाट्स ऐप और अन्य डिजिटल मीडियम्स का इस्तेमाल किया जा रहा है।
सिक्किम इन्फ़ोर्मेश कमिश्न के मुताबिक इस राज्य की जनसंख्या 6.32 लाख है। इस योजना को आधिकारिक तौर पर पर्यावरण दिवस पर लॉन्च किया गया। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक 5000 न्यू पैरेंट्स इस योजना से जुड़ चुके हैं। राज्य की जनसंख्या को देखते हुए ये संख्या अविश्वनीय है। रिपोर्ट के मुताबिक अब तक इस योजना के अंडर राज्य में 1 लाख से ज़्यादा पेड़ लगाए जा चुके हैं और राज्य सरकार ने लोगों से पेड़ों की सुरक्षा की ज़िम्मेदारी लेने की भी अपील की है।
देश का पहला ऑर्गेनिक स्टेट
सिक्किम देश का पहला ऑर्गेनिक स्टेट है। सिक्किम में उगने वाली हर चीज़ केमिकल और पेस्टिसाइड फ़्री होती है। खुले में शौच पर पाबंदी लगाने वाला भी पहला राज्य है, सिक्किम। पब्लिक में शौच करते हुए पकड़े जाने पर 500 रुपये तक का जुर्माना लग सकता है।