अगर आपका बच्चा भी दिनभर Facebook और Instagram का इस्तेमाल करता है तो ये उसकी Mental Health के लिए ठीक नहीं है। अमेरिकी राज्यों ने मुकदमा दायर किया है, जिसमें दावा किया गया है कि मेटा के स्वामित्व वाले Social media platforms अपने फायदे के लिए बच्चों को ऐसा कंटेंट परोस रहे हैं जोकि उनकी मेंटल हेल्थ के लिए ठीक नहीं है। Meta media platforms का बहुत तेजी से विस्तार कर रही है। वही America के 41 राज्यों समेत Washington, DC ने मेटा पर मुकदमा दायर किया है। कंपनी पर आरोप है, की बच्चों में Addiction करके उनमें Depression, anxiety और insomnia जैसी समस्याएं पैदा कर रहा है। इसके अलावा नौ अटॉर्नी जनरल अपने-अपने राज्यों में मुकदमे दायर कर रहे हैं, जिससे कार्रवाई करने वाले राज्यों की कुल संख्या 41 हो गई है। अब इस दिग्गज सोशल मीडिया कंपनी ने सरकारों तक के माथे पर चिंता की लकीरें खींच दी हैं।
बच्चों को दिनभर इंगेज रखता है Meta
मुकदमे में दावा किया गया है कि, “मेटा प्रॉफिट के लिए यूजर्स को Safety Features और Harmful content पर गुमराह करती है और बच्चों की Privacy के संघीय कानूनों का भी उल्लंघन कर रही है। शिकायत में कहा गया है कि Meta अपने Platform में ऐसे Features जोड़ रहा है जो बच्चों को दिनभर इंगेज रखता है और इससे उनके Mental Health पर बुरा असर पड़ रहा है। दूसरी तरफ मेटा ने कहा है कि वह युवाओं को ऑनलाइन सुरक्षित रखने के लिए प्रतिबद्ध है और उन्हें और उनके परिवारों को समर्थन देने के लिए 30 से ज्यादा टूल पेश किए हैं।
कंपनी ने कही ये बात
41 राज्यों द्वारा दायर किये गए मुकदमे पर Meta Spokesperson Lisa Crenshaw ने कहा कि कंपनी इस बात से निराश है कि राज्यों ने सीधे कोर्ट का रास्ता चुना है। उन्होंने कहा कि सरकार कंपनी के साथ मिलकर अलग-अलग ऐप्स के लिए ऐज संबंधी नियम पर काम कर सकती थी लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया।
सिर्फ प्रॉफिट हासिल करना है मकसद?
मुकदमे के मुताबिक, Meta ने युवाओं को आकर्षित करने के लिए powerful technology का इस्तेमाल किया है। इसका मकसद ज्यादा से ज्यादा प्रॉफिट हासिल करना है। मेटा ने अपने social media platforms के महत्वपूर्ण खतरों के बारे में जनता को बार-बार गुमराह किया है। इसने उन तरीकों को छुपाया है जिनसे ये प्लेटफॉर्म्स किशोरों और बच्चों का शोषण और उनके साथ हेरफेर करते हैं।
राज्य और संघीय कानून के उल्लंघन
मुकदमे के अनुसार, मेटा ने अपने युवा यूजर्स के लिए “पर्याप्त खतरों” के बारे में “बार-बार जनता को गुमराह किया”, और “राज्य और संघीय कानून के उल्लंघन में भ्रामक और गैरकानूनी आचरण” में संलग्न रहा है।