दिल्ली में एक फर्जी पासपोर्ट रैकेट का भंडाफोड़ हुआ है जिसके बाद पुलिस ने 19 विदेशी नागरिक और 23 एजेंट समेत कुल 42 लोगों को गिरफ्तार किया है। पकड़े गए लोगों में 13 बांग्लादेशी, 4 म्यांमार, 3 नेपाल और 1 अफगानिस्तान के हैं। इसके अलावा 9 पश्चिम बंगाल, 4 दिल्ली, 3 महाराष्ट्र और 1-1 उत्तर प्रदेश, गुजरात, पंजाब, ओडिशा और राजस्थान के हैं। सभी ने भारत में अवैध रूप से प्रवेश किया था। ये लोग पहले विदेशियों के लिए भारत में जन्म प्रमाण पत्र जैसे दस्तावेज बनाते थे। फिर उनका उपयोग करके अन्य दस्तावेज प्राप्त करते थे।
यह रैकेट मुख्य रूप से पश्चिम बंगाल, दिल्ली और महाराष्ट्र में केंद्रित है। इससे पहले UAE से आए एक बांग्लादेशी नागरिक के पास से फर्जी भारतीय पासपोर्ट मिला था। इसी की जांच के दौरान बांग्लादेशी नागरिकों को फर्जी भारतीय पासपोर्ट दिलाने वाला यह गिरोह पकड़ा गया है।
अक्टूबर में भी नकली पासपोर्ट के साथ हांगकांग से लौटने वाले दो बांग्लादेशी नागरिकों ने महाराष्ट्र स्थित दस्तावेज़ निर्माण नेटवर्क का पर्दाफाश किया था। उस मामले में दो एजेंटों को गिरफ्तार किया गया था। इसी तरह जुलाई में कुवैत की यात्रा करने के लिए जाली पासपोर्ट का उपयोग करने वाले एक अन्य बांग्लादेशी नागरिक को पकड़ा गया था। अधिकारी ने कहा कि, इस ऑपरेशन के तहत महाराष्ट्र स्थित एक एजेंट की भी गिरफ्तारी हुई थी।
भारत में अवैध तरीके से रह रहे बांग्लादेशियों के खिलाफ अभियान चला ही रहा है। जिसमें अभी अभी पुलिस ने दो बांग्लादेशी नागरिकों को गिरफ्तार किया है। उनकी पहचान अब्दुल अहद (22) और मोहम्मद अजीजुल (32) के तौर पर हुई है। डीसीपी रवि कुमार सिंह ने बताया कि, दक्षिण-पूर्व जिले में अवैध तरीके से रह रहे प्रवासियों की पहचान और कानूनी कार्रवाई के लिए एक व्यापक अभियान चलाया गया है। इस अभियान के तहत विभिन्न टीमों का गठन किया गया था जो उनकी पहचान कर रही थी। इस अभियान में अब्दुल अहद और मोहम्मद अजीजुल को 10 दिसंबर और 12 दिसंबर को गिरफ्तार किया गया। इन्हें बिना किसी वैध दस्तावेज के अवैध रूप से रहने के आरोप में पकड़ा गया है।
गिरफ्तार किए गए अब्दुल अहद ने बताया कि, वह बांग्लादेश में मजदूरी करता था और 6 दिसंबर को ही भारत में एक बांग्लादेशी एजेंट की मदद से प्रवेश किया था। वहीं मोहम्मद अजीजुल ने बताया कि, वह 2004 में भारत अवैध तरीके से आया था और तब से वह यही रह रहा है। देखा जाए तो 2024 में कुल 916 व्यक्तियों की जांच की गई है। जिसमें से अभी तक 8 अवैध प्रवासी का पता चला जिनमें 6 बांग्लादेशियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है।