दिल्ली की नई मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता के शपथ ग्रहण के कुछ देर बाद ही, उनके पुराने tweets सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहे हैं। इन tweets में उन्होंने विपक्ष के नेताओं पर तीखी टिप्पणियाँ की थीं, जिनमें अपमानजनक भाषा और अभद्र शब्दों का इस्तेमाल किया गया था। जैसे ही ये tweets सामने आए, सोशल मीडिया पर उनकी कड़ी आलोचना शुरू हो गई।
क्या कहा था रेखा गुप्ता ने?
रेखा गुप्ता के पुराने tweets में विपक्षी पार्टियों के नेताओं, खासकर अरविंद केजरीवाल और राहुल गांधी को लेकर कई आपत्तिजनक बातें लिखी गई थीं। एक tweet में उन्होंने विपक्षी नेताओं की माताओं के खिलाफ भी विवादित टिप्पणी की थी, जिसे लेकर अब जनता में आक्रोश बढ़ रहा है। एक tweet में उन्होंने अरविंद केजरीवाल के लिए अपमानजनक शब्दों का प्रयोग किया, जिसमें लिखा था, “अरविंद केजरीवाल दिल्ली तेरे बाप की भी नहीं है… जनता ही तुझे तेरी मां की कोख में भिजवाएगी।”
सोशल मीडिया पर जनता की प्रतिक्रिया
जैसे ही रेखा गुप्ता के पुराने tweets सामने आए, Twitter और अन्य सोशल मीडिया platforms पर users ने इस पर तीखी प्रतिक्रियाएँ देना शुरू कर दिया। कुछ लोग इसे “पुरानी बातें भूलकर आगे बढ़ने” की सलाह दे रहे हैं, तो कुछ लोगों का मानना है कि एक मुख्यमंत्री को ऐसी भाषा शोभा नहीं देती। कई users ने सवाल उठाया कि जब एक आम नागरिक को सोशल मीडिया पर अपशब्दों के लिए सजा दी जा सकती है, तो नेताओं को क्यों नहीं?
रणवीर इलाहाबादिया विवाद के साथ तुलना
रेखा गुप्ता का यह विवाद ऐसे समय पर सामने आया है जब YouTuber रणवीर इलाहाबादिया शो India’s Got Latent में किए गए एक अभद्र सवाल के कारण पहले से ही आलोचना झेल रहे हैं। लोगों ने सोशल मीडिया पर इन दोनों घटनाओं की तुलना करते हुए कहा कि जब एक YouTuber को अपनी गलती के लिए माफी माँगनी पड़ रही है, तो क्या एक मुख्यमंत्री को भी अपनी पुरानी टिप्पणियों के लिए जवाबदेह नहीं होना चाहिए?
क्या एक नेता के पुराने बयान मायने रखते हैं?
इस विवाद ने एक सवाल खड़ा कर दिया है – क्या किसी नेता के पुराने बयान उनके भविष्य को प्रभावित कर सकते हैं? क्या एक मुख्यमंत्री को अपने पूर्व में दिए गए बयानों के लिए जवाबदेह ठहराया जाना चाहिए?
रेखा गुप्ता ने अब तक इस मुद्दे पर कोई सफाई नहीं दी है, लेकिन जनता की निगाहें अब उनके अगले कदम पर टिकी हैं।