शिमला: हिमाचल प्रदेश के राजधानी शिमला में बारिश का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा है। शिमला में दो स्थानों पर भूस्खलन की वजह से मलबे में दबने से कई लोगों की मौत हो गई है। शिमला के समरिहल और फागली में लैंडस्लाइन होने के वजह से 80 से ज्यादा लोग मलबे के नीचे दबे होने की संभावना हैं। समरहिल के पास शिव बौड़ी मंदिर पर भूस्खलन हुआ है। शिमला के समरहिल के पास की यह घटना है। इसी तरह फागली से भी खबर आई है की लाल कोठी इलाके में 15 ढारे ढह गए हैं। मौके पर आइटीबीपी के जवान राशि ऑपरेशन चला रहे हैं। यहां भी 50 से ज्यादा लोगों के दबे होने की आशंका है। बताया जा रहा है कि ढारों में नेपाली मूल के लोग रहते हैं।
स्वास्थ्य मंत्री के गृह क्षेत्र जड़ों में बादल फटा
हिमाचल के स्वास्थ्य मंत्री और सोलन विधानसभा क्षेत्र के विधायक धनीराम शांडिल के गृह क्षेत्र ममलीघ के गांव जड़ों में देर रात बादल फटने की घटना सामने आई है। बादल फटने की वजह से एक गौशाला और दो घर इसकी चपेट में आए हैं। रेस्क्यू टीमें मौके पर मौजूद है और यहां पर फंसे लोगों को निकालने का प्रयास किया जा रहा है। मौके से कैजुअल्टी होने की खबरें भी आ रही है लेकिन अभी कोई पुष्टि नहीं हुई है फिलहाल रेस्क्यू टीम में मौके पर है और अभियान जारी है।
सोलन में भी बादल फटने से 7 लोगों की मौत
इससे पहले हिमाचल के सोलन में बादल फट गया था। जिसमे 7 लोगों की मौत हो गई थी और जबकि 6 लोगों का रेस्क्यू किया गया। बताया जा रहा था कि सोलन के ममलीक के धायावला गांव में देर रात बादल फटा और बादल फटने के बाद पूरा गांव मलबे में ही दब गए थे।
हिमाचल में कहां कहां मची तबाही
• हिमाचल प्रदेश के सिरमौर में भी बादल फटने से दिखा तबाही का मंजर, कई मवेशी और वाहन बहे। मंडी में भी भूस्खलन दो गांवों में लोगों को किया गया विस्थापित।
• हिमाचल के बिलासपुर में भी भूस्खलन- भारी बारिश से बिलासपुर में भाखड़ा डैम के खतरे के निशान को पार करने का बढ़ा खतरा।
• भारी बारिश में भूस्खलन के कारण कुल्ली मनाली जाने वाले रास्ते बंद हैं। चंडीगढ़-मन नेशनल हाइवे से पंडोह के बीच कई जगहों पर भी रास्ते बंद हैं।
• सड़क पर लगातार हो रहे भूस्खलन के कारण शिमला और चंडीगढ़ को जोड़ने वाले शिमला- कालका राष्ट्रीय राजमार्ग पर भूस्खलन के चलते कोटी के पास चक्की मोड़ पर सड़क के दोनों और बड़ी संख्या में भारी वाहन फंसे हुए हैं के अलावा मंडी जिले के कई स्थानों से घरों कृषि भूमि को नुकसान की खबरें भी आ रही हैं।
उत्तराखंड में भी बारिश का कहर
• उत्तराखंड के हरिद्वार में लगातार बारिश की वजह से उफान पर गंगा है। खतरे के निशान को किया पार, इस समय गंगा का जलस्तर 294.94 मीटर हो गया है।
• चमोली के पीपलकोटी में भारी बारिश के बाद भूस्खलन का कहर और मलबे में दबी कई गाड़ियां, उफान, बाढ़ का पानी दुकानों में घुसा।
• देहरादून में भारी बारिश से जनजीवन अस व्यस्त, एसडीआरएफ ने चलाया बचाव कार्य अभियान
• कोटद्वार में लगातार बारिश से देखने को मिला तबाही का मंजर, बादल फटने से दहशत में लोग है।